हिन्दू धर्म में देखा जाये तो हर महीने का अपना खास महत्तव है। हिन्दू कैलेंडर तथा पंचांक के मुताबिक साल का सांतवा महीना अश्विन माह होता है। यह महीना देव पूजा और पितृ पूजा दोनों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस महीने से सूर्य का प्रभाव धीरे धीरे कमजोर होने लगता है, वही शनि और तमस का प्रभाव बढ़ने लगता है। इस महीने वैसे शुभ कार्य करने की मनाही होती है। यह महीना २३ सितम्बर से शुरू होकर २२ अक्टूबर तक रहने वाला है।
इस महीने करे इन देवी देवताओ की उपासना –
ये महीना वैसे तो बहुत खास है इस महीने को दो भागो में बाटा गया है, कृष्ण पक्ष को पितृ पक्ष कहा जाता है। कृष्ण पक्ष में पितरो की पूजा की जाती है, उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। वही शुक्ल पक्ष में नवरात्री का पर्व मनाया जाता है इसे शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है। नवरात्रि में माँ शक्ति की पूजा व् आराध्ना की जाती है इन नो दिनों माँ शक्ति की पूजा करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है। इस महीने पूर्वजो का आशीर्वाद और माँ देवी की कृपा दोनों ही मिल जाती है।
इस महीने में क्या रखे सावधानिया –
इस महीने में दूध का प्रयोग नहीं करना चाहिए और हो सके तो करेला भी न खाये। अपने शरीर का ध्यान रखे, धुप से अपने आप को बचाये। इन्फेक्शन होने वाली बीमारियों से बचे।
जानिए आश्विन के महीने किस तरह करे उपासना –
देखा जाये तो यह महीना बहुत ही खास है, आप इस महीने पितरो की उपासना कर सकते है , सूर्य की भी उपासना भी लाभकारी होगी। माँ शक्ति की उपासना करे। शुक्ल पक्ष में देवी की पूजा करना और व्रत करने से आपके सभी संकट दूर हो जाते है। वही इस पुरे महीने में पौधे लगाना भी शुभ होता है।