6 जून 2022
संशय मन रीता रहता है l अभी प्रात ने पलकें खोली l खंजन से प्राची है बोली ll कितनी दूर तुम्हें है जाना? लौट वहीं फिर तुमको आना l अंतर्मन मेरा कहता है l संशय मन रीता रहता है ll जाने कितनी र