0.0(0)
0 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
जब तक मेरी आई जवानी तुम हो गए अधेड़तुमसे ही एहसास जुड़े हैं हे जामुन के पेड़तुमने हमको पाला-पोषा जैसे कोई माँजामुन खाए शाखा तोड़ी उसके लिए छमाजबसे तुमसे दूर हुए