खुद की बहन बहन, दूसरे कि बहन खिलवाड़ ।खुद की परिवार कि स्त्रियों का सम्मान,
परस्त्रियों का अपमान ।
खुद की इमेज बनाने के लिए औरो से बोलते
स्त्री का करे सम्मान, स्त्री होती दुर्गा समान
अकेले मे स्त्री मिली तो खेल समान ..
अरे वाह ! कैसे हैं इनके विचार |
खुद की बहन को कोई देखे तो आंखे निकाल दूँगा
दूसरी लड़की दिखी नही कि उनका बोलना
क्या आइटम है यार
अरे वाह! कैसे है इनके विचार
खुद की बहन बहन, और दूसरे कि बहन खिलवाड़ ।