11 सितम्बर 2022
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वो कहती है जनाब जरा मोहब्बत कम किया करिएगैरों से खुब दिल लगा लिया आपनेबरखुरदारकभी खुद से दिल लगा लिया करिए
बेइन्तहा मोहब्बत उन्हें हमारीफरेब लगती है....फिर भी उन्हें प्यारी हमारीहर ऐब लगती है....कई दफां कहा मैंने हाल - एदिल बयां तो करिए...पर वो शांत ही रहती हैजैसे बंद जेब लगती है... ।
किसी फे मुक्कदर मे इतना गम मत लिख देना,ऐ मेरे खुदा .. 2कि वो भूल जाये कि खुशी क्या चीज है . . . . .
संगीत..संगीत..संगीत..🎶यही है मेरा मनमीत,💖खुश होती हूँ साथ पाकर इसका ...🌹जब रहती हूँ चिंतित,गाने पसंद है जिनकेवो है . . . मास्टर अरिजीत😍संगीत से मुझको ह
खुद की बहन बहन, दूसरे कि बहन खिलवाड़ ।खुद की परिवार कि स्त्रियों का सम्मान,परस्त्रियों का अपमान ।खुद की इमेज बनाने के लिए औरो से बोलते स्त्री का करे सम्मान, स्त्री होती दुर्गा समानअकेले मे स्त्री
❇️रंग बिरंगी उड़ती सी वो,❇️फूलों के पिछे बावरी सी वो ।✳️जैसेः मृग मरीचिका को देख ,✳️चकोर चाँद को देख |❇️जैसेः भवरे फूल को देख ,❇️सिंह अपने सिकार को देख ।✳️जैसेः प्रेयसी प्रियवर को देख ,✳️राधा कृष्ण को
भरोसा खुद पर रखो तोताकत बन जाती है. . .👌🏻और दूसरो पर रखो तोकमजोरी बन जाती है❣️
कुछ लोग कहते है दर्द बाटने से इंसान का मन हल्का हो जाता है वो ग़लत कहते हैं शायद उन्हें नहीं पताइस जमाने मे इसका भी कुछ लोग फायदा उठाने लगते हैं 💔💔💔💘💘💘💔💔💔💔
दो हर्फ नही मिले , कि आपके तारिफ मे कुछ लिखू ... 2इसके आगे बताओं कि अब मैं, क्या लिखूं ..😂😂😂😂😂😂😂
🌹❤️कोई आपकी तारीफ करे तो पिघल मत जाओ , और अगर आपकी कोई बुराई करे तो उबल मत जाओ।इन दोनों मे आप संयम से काम लो ।👌🏻🌹❤️
💕हर रोज मै तेरी इन आँखो का दिदार करता हूँएक दिन तुझे भी होगी मुझसे बेपनाह मोहब्बत ऐसा उम्मीद किये बैठा हूं रितिक सिंह राजपूत
🌹❤️. हम आपको कितना चाहते हैं ,ये कैसे जताये ..आप क्या एहमियत रखती हो मेरे लिए ,ये कैसे बताये ...होंगे आपके खुबसुरति पर मरने वाले लाखों आशिक ..पर ये दिल तो आपकी नटखट अदा पर मरता है . . .रितिका
आप लोगों ने पिछले पार्ट में देखा क्षितिज ने कैसे समृद्धि का तारीफ कर रहा था । क्षितिज - "अगर किसी की खूबसूरती की तारीफ करना गुनाह है तो मैं कुबूल करता हूं कि मैं आप के मामले में यह गुनाह
नजर उठा के देखा तो सारे जहाँ को देखाथोड़ी सी नज़रे झुका के देखा तो अपने जान - ए -जहां को देखा
हम किसी का होना नहीं चाहते👩❤️👩बेवजह रोना नहीं चाहते😭हम किसी का सपना बनना नहीं चाहतेकोई मेरे सपने में आये ये भी नहीं चाहतेहम किसी के लबों👄 पे हँसी बन के आ जाए हम वो हँसी बनना चाहते है🤗🤗
तुन्द🌪️ से लड़ना सिखाखलाओ 🌌में उड़ना सीखाजूलमतों 🌃में चलना सिखा मूफलिसो में रहना सिखाउसवत में जीना सीखादश्तनवर्दों से दूर रहना सीखानवाजिश👐🏻 है आप सबकी परवरिश है मेरे मां बाप की जो
अमीरों के बीच मुफलिसो को रूसवा होते देखा है ।कुछ लोगो को उनके दिल से मेरा नाम मिटाते देखा है ॥बरिदा पर ले खलाओं में उड़ना चाहती हूँ । कहकशों के बीच अपना नाम लिखना चाहती हूँ ॥इश्क को अपने किसी और
नारी है तू नारी हैतू जग में सबसे न्यारी है ॥जब मानव दानव बनतातू पड़ती उनपे भारी हैकभी लक्ष्मी कभी काली कभी शक्ति रूप धारी है ।नारी है तू नारी हैतू जग में सबसे न्यारी है ॥तेरे होने से संसार है चलतातेरे
फिजाओ जैसे महकते रहो चिड़ियो जैसे चहकते रहोकलियों जैसे खिलते रहोहो भविष्य चकता हुआ सिताराहै ये मेरी दिल से दुआ बारम बारआप दोनो जियो हजारो साल
मेरी जुबा से निकला मेरा हर हर्फतेरे लिए होता है . . .रोये है कुछ इस तरह आपके इश्क में ...जैसे बच्चा कोई एक हाथ में बर्फ लिएदूसरे बर्फ के लिए रोता है😜 ....बस फर्क इतना है . .हम छुप कर रोते हैं ..वो सर
😘थोड़ा नटखट थोड़ा चंचल मेरा रास रचयीयाँ है😘🎂वही तो मेरा माँखन चोर कन्हैया है🎂art by me🎶बंसी बजाता गोपियों को बुलाता🎶💃उनके संग है रास रचाता💃🌺मेरा कान्हा माँखन चुराता🌺❤️सबके मुखड़ेपर मुस्कान
इंद्रधनुष जैसा रंगों से भरी तेरी जिंदगी हो ।🌈तेरी जिंदगी में खुशियों का भीड़ हो ।🤗😄😊दिन सितारों ✨जैसा रात सैयारो🌌 जैसा चमके है ।मेरी भगवान से यही दुआ ।🤲🏻🙏🏻फिजाओ जैसे महकते रहे ।🌹🌿🌺मेरे दिल
जब से देखा मैंने तुमको , आईना देखना छोड़ दिया हैक्योंकि अब तेरे आँखों में ही अपना अक्स देखने कि आदत सी बन गयी है । ।✍🏻रितिका सिंह सिकरवार ' अवनी '🌹
कहते हैं बेटियाँ घर की नेमत होती है।जिस घर में बेटियाँ होती है ,उस घर की आँगन शुद्ध होती है ।कहते हैं बेटियाँ किसी सौगात से कम नहीं होती है,तभी तो अपने पिता की सरताज होती है ।बेटियाँ है तो ये जहाँ है&
🖤💔 तुम मुझे प्यार नहीं करते🖤💔🖤💔अब पहले जैसा ऐतबार नहीं करते🖤💔🖤💔ऐसी क्या कमी देख लिया मुझमें🖤💔🖤💔कि अब तुम मेरे हमराह नहीं बन सकते🖤💔 ✍🏻  
मित्र तो मित्र हैं फिर भीहम दुश्मन को गले लगाते हैंमित्र तो मित्र है फिर भीहम दुश्मन को गले लगाते हैंगाइज और बडी तो सब आप के ढकोसले हैंहम तो आज भी बऊआ कह के बुलाते हैंहम गर्व से कहते है , सिना ठोक के
शायर तो है हम .....😏😏आशिक नहीं .....टूटा है दिल मेरा पर . . . .इश्कबाजों के माफिक नहीं .....😏😏 ✍🏻 रितिका🌹
जबरदस्ती के रिश्ते को निभाया नहीं जाता ढोया जाता है ।एक अनचाहि बोझ की तरहइसलिए रिश्ते दिल से बनाओना कि जबरदस्ती का
जो तुम्हें दिल से चाहे 🌷उसका दिल ♥️कभी मत दुखाना 🌷क्योंकि ,उसके दिल से निकली आह 🌷किसी बद्दुआ से कम नहीं होती है ।🌷 ✍🏻 रितिका♥️