वो हंसती रही ,मुस्कुराती रही अपने हर गम छुपाती रही ! वो एक ना थी ..
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जिंदगी हंसती है ,हंसाती है ।जाने कितनी बार रुलाती है ,जब भी हार जाती हूं ,टूट कर बिखर जाती हूं ।हर बार मुझे जिंदा रहने की खुवैश दे जाती है ! जाने कितनी बार हारी मै ,टूट कर चकनाचूर हुई ।फूलों भरी