फिर से मेरे दिल के जख़्मों को हरा कर गई,
इस बार वो नहीं उसकी तस्वीर खता कर गई।
- शिवाकर विद्यार्थी
29 अक्टूबर 2021
3 फ़ॉलोअर्स
समाज में फैली कुरीतियों और अन्याय के खिलाफ किसी को तो बोलना पड़ेगा, फिर शुरुआत हम और आप क्यों न करें। :-शिवाकर विद्यार्थी स्वतंत्र पत्रकार एवं समाजसेवीD