भारत देश में दशहरा पर्व का एक अनोखा महत्व है !भारत का इतिहास न जाने कितने किस्से और कहानियों से जुड़ा हुआ है !इसमें से दशहरा भी है ,कहते है भगवान श्री राम ने जब रावण का वध किया था ,तब बुराई पर आज अच्छाई की जीत हुई !तब से हम भारत वर्ष में हर साल दशहरे का उत्सव मनाते है ,और हर बार एक बुराई का पुतला जला दिया जाता है ! और लोग ये सोचकर खुश हो जाते है की बुराई पर अच्छाई की जीत हो गई ! बुराई कहाँ खत्म होने वाली है अब लोगों ने उसे अपने दिल और दिमाग पर हावी जो कर लिया है !
*** घांस के रावण तो कितने जला दिए तुमने !
कभी एक दाव अपने मन के रावण पर लगा के देखो !!***
आज २१ वि. सदी में जी रहे है, क्या रावण के पुतले जलाने से बुराई का अंत होगा ? नहीं उससे केवल काला दुआं ज़रूर निकलेगा और वायु और ध्वनि प्रदुषण होगा !हमें अगर वाकई बुराई पर जीत हासिल करनी है तो सबसे पहले हमें हमारे मन के रावण को मारना पड़ेगा तबी हम सुनहरे भविष्य की कल्पना कर सकते है !
आज के समय में अगर हम चाहते है की कुछ बदले और कुछ आप बदलना चाहते है तो सबसे पहले आपको पहल करनी पड़ेगी!
एक हिंदी फिल्म के एक गाने की कुछ पंक्तिया जो वाकई ह्रदय को स्पर्श करती है !
''मन से रावण जो निकाले ,राम उसके मन में
राम उसके मन में ,राम हर मन में है!''
आप सभी को नव रात्री की नवमी और दशहरा की हार्दिक बधाइयाँ !!
धन्यवाद और आभार
सुमित शर्मा
नार्मदीय युवा समिति
इंदौर