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मैं 2001 से लेखन के क्षेत्र में हूं बहुत से मंचों में मंचस्थ हुआ हूं तीन काब्य पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है और अभी एक इंग्लिश नोवेल प्रकाशित हुई है ( ड्रीम व्हेन यू स्टार्ट डेकोरेटिंग,,) दूसरी नोवेल लिख रहा हूं हिंदुस्तान में अब गांव की गलियों में भी साहित्य की उपासना हो रही है यह गर्वोक्ति हर हिंदुस्तानी में होना लाजिमी है । कलम कुछ नया करने की चाह में निरंतर चलती है बिना थके अविरल बहती रहती है । गंगा मइया में मिलने को आतुर , कहानियों की सरिता बन कर लघु कथाओं के रूप में बालिकाओं महिलाओं को चिन्हित करती, उसकी वेदनाओं को चित्रित करती हुई समाज में उसके प्रति सार्थक संवेदनाओं की आकांक्षी यह कलम जनमानस को झिंझोड़ने व सतर्क करने में कितनी सफल हो पायेगी यह तो पाठक वृंद के आशीर्वचनों से ही सुशोभित हो पाएगा।

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साप्ताहिक लेखन प्रतियोगिता2022-01-30

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वो एक लड़की

वो एक लड़की

लड़कियों के जीवन के उतार _ चढ़ाव के संघर्ष की लघु कथाएं

35 common.readCount
95 common.articles
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ईबुक:

₹ 105/-

प्रिंट बुक:

322/-

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उपन्यास शब्दों की सर्जरी

उपन्यास शब्दों की सर्जरी

शब्द अपने आप में एक विशाल समुद्र है यह अपने गर्भ में असंख्य हीरे मोती एवं ज़हर की पोटली समाए रखते है एक शब्द युद्ध की नींव रख सकता है तो एक शब्द वात्सल्य की गंगा बहा सकता है । इस पवित्र गंगा को मैली करने का सामर्थ्य शब्दों में ही तो है। यह

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28 common.articles
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ईबुक:

₹ 42/-

प्रिंट बुक:

162/-

उपन्यास शब्दों की सर्जरी

उपन्यास शब्दों की सर्जरी

शब्द अपने आप में एक विशाल समुद्र है यह अपने गर्भ में असंख्य हीरे मोती एवं ज़हर की पोटली समाए रखते है एक शब्द युद्ध की नींव रख सकता है तो एक शब्द वात्सल्य की गंगा बहा सकता है । इस पवित्र गंगा को मैली करने का सामर्थ्य शब्दों में ही तो है। यह

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शब्दो का जादू ( काब्य  पुस्तक)

शब्दो का जादू ( काब्य पुस्तक)

समाज की सकारात्मक, नाकारात्मक सोच के परिणामताः हो रही घटनाओं, दुर्घटनाओं की शब्दों के द्वारा प्रत्यक्ष गवाही

निःशुल्क

शब्दो का जादू ( काब्य  पुस्तक)

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समाज की सकारात्मक, नाकारात्मक सोच के परिणामताः हो रही घटनाओं, दुर्घटनाओं की शब्दों के द्वारा प्रत्यक्ष गवाही

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दैनंदिनी, सच्ची घटनाओं के संग

दैनंदिनी, सच्ची घटनाओं के संग

मनुष्य अनजान घटनाओं से नावाकिफ अपनी हरकतों को नित्य ऐसे अंजाम देता है जैसे वक्त उसका गुलाम हो पर कभी कभी वक्त की पटकनी उसे कष्टों के जंगल में निष्ठुरता से फेंक आती है तो कभी उसे ऐसे उपहार से नवाज देती है जिसकी उसने कल्पना भी नही की थी कुछ

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₹ 105/-

दैनंदिनी, सच्ची घटनाओं के संग

दैनंदिनी, सच्ची घटनाओं के संग

मनुष्य अनजान घटनाओं से नावाकिफ अपनी हरकतों को नित्य ऐसे अंजाम देता है जैसे वक्त उसका गुलाम हो पर कभी कभी वक्त की पटकनी उसे कष्टों के जंगल में निष्ठुरता से फेंक आती है तो कभी उसे ऐसे उपहार से नवाज देती है जिसकी उसने कल्पना भी नही की थी कुछ

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 जमीर

जमीर

समाज कल्याण के नाम पर छद्म वेश में लूट खसोट को बेनकाब करती बेबाक चिंतन की धारा शायद कलुषित मन को निर्मल कर सके इसी प्रयास में एक दस्तक देने की कोशिश

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समाज कल्याण के नाम पर छद्म वेश में लूट खसोट को बेनकाब करती बेबाक चिंतन की धारा शायद कलुषित मन को निर्मल कर सके इसी प्रयास में एक दस्तक देने की कोशिश

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प्रतिदिन की घटनाएं एवम अविष्कार

प्रतिदिन की घटनाएं एवम अविष्कार

बीते दो सौ वर्षों में प्रतिदिन हुई घटनाएं व अविष्कार को एक मंच पर लाने का एक ऐसा प्रायस जिससे छात्रों को कम समय में विश्व के परिदृश्य को समझने का अवसर मिले और उसके ज्ञान के अलौकिक यात्रा में एक सुखद अध्याय और जुड़ सके।

निःशुल्क

प्रतिदिन की घटनाएं एवम अविष्कार

प्रतिदिन की घटनाएं एवम अविष्कार

बीते दो सौ वर्षों में प्रतिदिन हुई घटनाएं व अविष्कार को एक मंच पर लाने का एक ऐसा प्रायस जिससे छात्रों को कम समय में विश्व के परिदृश्य को समझने का अवसर मिले और उसके ज्ञान के अलौकिक यात्रा में एक सुखद अध्याय और जुड़ सके।

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जल रही है धरती (दैनिक प्रतियोगिता के लिए) डॉ वासु देव यादव

4 मई 2022
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युद्ध राजनैतिक बुलबुला, अनसुलझे सपनों की खेप । रॉकेट लॉन्चर सब निगल गए, इच्छायें रही अशेष।। रक्त चिंगारी में तब्दील, लपटें धधकती&nb

प्रेम पथिक

28 अप्रैल 2022
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प्रेम पथिक मैं प्रेम पथिक संवर के चला उस गली जहां उसका घर था , खंगालता रहा उनकी खिडकियों को ,लहराते परदे को ,जिसके पीछे मेरा शहर था |मैं प्रेम पथिक पर अनभिग्य थ

मां कल्याणी

9 अप्रैल 2022
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दुर्गा महागौरी , है जग कल्याणी, मेरा हर सांस तुझको अर्पणहै महा गौरी, अष्टम दिन कर जोरी करता तुझको नमनमाँ तू भावना में हैं सागर।। अप्रतिम सौन्दर्य स्वामिनी माँ&nb

भागवत बायबल और कुरान

8 मार्च 2022
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भागवत , बायबल और कुरान_______________________रामायण,गुरु ग्रंथ, चर्च और कुरानसबके उपदेश एक, तो क्यूं धर्म अनेक?उनका धर्म....हम रास्ते जाने न पाए,उनका प्रसाद....एक खाने न पाए। वैमनस्यता&nbsp

गूढ़ अर्थ

7 मार्च 2022
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गूढ़ अर्थ_______मानव मानव एक समान,तो क्यों न करे "जग" सब धर्मों का सम्मान।धर्मांतरण के रास्ते,बेबस जाने न पाए,अपनो को परदेश ,और भरमाने न पाए।जग को हम,सब धर्मों का राज समझाएं,आओ, सबको कहें अ

अचानक

4 मार्च 2022
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जिंदगी के मोड़ में कैसी कैसी घटनाएं हो जाती है या नया क्या कुछ होना है या नया क्या कुछ करना है नहीं मालुम। आज की सुबह मुझे तहसील कार्यालय से अपने निजी कार्य हेतु&nb

बरसते ओले दैनिक प्रतियोगिता

2 मार्च 2022
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बरसते ओले___________बरसते ओले_ पत्थरतेज हवा भयंकर तुफान था मर्मान्तक साअंत था ।दस वर्ष का मासूमशायद निष्पंदित थापर देख रहा था उस ओर एक पत्थर की ओट से अटल था आँ

शिवमय दैनिक प्रतियोगिता

2 मार्च 2022
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शीर्षक_शिवमय शिव जी, कुछ यूं चढ़ी खुमारी, कि आप ही आप नज़र आते हैं।चहल पहल से भरे पनघट , क्या सांझ क्या सवेरे बस आप हर कहीं दिख जाते हैं,भ

अजीम प्रेमजी

2 मार्च 2022
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दिन भर की व्यस्तता से मन काफ़ी खिन्न था कि फेस बुक में प्रेम जी की कहानी पढ़ने को मिल गईं , सोचा आपलोगों से शेयर कर लूं क्यों कि कुछ हीरे सा

आन्दोलन

28 फरवरी 2022
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कल रायगढ़ जाना पड़ गया था रायगढ़ न्यायालय में पिछले दिनों राजस्व कर्मचारी और वकीलों में झूमाझटकी हो गई थी । तहसीलदार के दुर्व्यवहार से क्षुब्ध वकीलों ने न्याय के लिए&nbsp

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