समाज कल्याण के नाम पर छद्म वेश में लूट खसोट को बेनकाब करती बेबाक चिंतन की धारा शायद कलुषित मन को निर्मल कर सके इसी प्रयास में एक दस्तक देने की कोशिश
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[11/14, 08:36] BD Yadav: आज भी प्रेम की आहटें हैं किन्तु इश्क के जुनून से परे हट कर समाज के प्रति कुछ करने की ललक ,बंद हो चुकी जमीर की अदालत को रौशन कर सन 2021