चलो फिर एक बार ऐ दिल बारिश का मजा लेते हैं ।
खुद को मोहब्बत करने की फिर एक बार सज़ा देते हैं ।।
वो तो भूल बैठा है तुझको जाने कब से ऐ साहिब ।
तू भी भूलकर खुश है उसको चल उसको बता देते हैं ।।
15 सितम्बर 2021
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बस एहसासों को चन्द लफ़्ज़ों में लिखने की कोशिश करते हैं , हों कितने भी ग़म ज़िंदगी में पर खुश रहने की कोशिश करते हैं, 🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰D