घर के आंगन में रोहित की तस्वीर के सामने एक दिया जल रहा था। हर चेहरा उदास, हर आँख नम, और हर दिल भारी था। नीति को घेरे हुए रोहित की माँ और बहनें उसे ताने दे रही थीं, मानो उसकी वजह से ही सब कुछ बर्बाद हो
रतन नवल टाटा जी की समाचार पत्र के अनुसाररतन टाटा, एक ऐसा नाम जिसे आज पूरी दुनिया सम्मान से देखती है। उद्योग जगत में अपनी सादगी, नैतिकता, और दूरदर्शिता के लिए जाने जाने वाले रतन टाटा जी की ज़िंदगी
छोटे छोटे पत्थरों पर बंकी, हमारी निशानी है।बड़े ध्यान से सुनना, ये मेरी अधूरी प्रेम कहानी है।आंखों ही आंखों में बाते हुई।छोटी छोटी मगर, प्यारी मुलाकाते हुई।खिड़की, छत, ये दीवारें पहचानी है।बड़े ध्यान
सोनू का हाइस्कूल का आखिरी पेपर है, बहुत खुश है कि अब तो गर्मियों की छुट्टियों में मनाली मामा जी के यँहा घूमने जाना है, सारे दोस्तों में जाने का पूरा बखान कर आ गया, सोनू ने घर आकर अपनी माँ से मामा