छोटे छोटे पत्थरों पर बंकी, हमारी निशानी है।
बड़े ध्यान से सुनना, ये मेरी अधूरी प्रेम कहानी है।
आंखों ही आंखों में बाते हुई।
छोटी छोटी मगर, प्यारी मुलाकाते हुई।
खिड़की, छत, ये दीवारें पहचानी है।
बड़े ध्यान से सुनना ये मेरी अधूरी प्रेम कहानी है।
तू बेवफा है कोई मानेगा नहीं।
और मेरी सच्चाई कोई जानेगा नहीं।
बस करनी थीं थोडी हिम्मत,
ये दुनिया तो आनी जानी है।
बड़े ध्यान से सुनना ये मेरी अधूरी प्रेम कहानी है।
तू अपनी राहों में, मैं तेरी राहों में।
मैं कब्र में, तू किसी और की बाहों में।
दो दिन की खुशियां, दो दिन की जवानी है।
बड़े ध्यान से सुनना ये मेरी अधूरी प्रेम कहानी है।