Dr.Vijay Laxmi "अनाम अपराजिता"
पावन चित्रकूट
प्रस्तावित पुस्तक में मैने अपनी भावी पीढ़ी को कहानी के माध्यम से ऐतिहासिक ,धार्मिक स्थल चित्रकूट के बारे में जानकारी देते हुए अपनी संस्कृति से परिचित कराने का छोटा सा प्रयास किया है ।आपको यह कोशिश कैसी लगी समीक्षा देकर अपने विचार अवश्य बतायें। चित्
पावन चित्रकूट
प्रस्तावित पुस्तक में मैने अपनी भावी पीढ़ी को कहानी के माध्यम से ऐतिहासिक ,धार्मिक स्थल चित्रकूट के बारे में जानकारी देते हुए अपनी संस्कृति से परिचित कराने का छोटा सा प्रयास किया है ।आपको यह कोशिश कैसी लगी समीक्षा देकर अपने विचार अवश्य बतायें। चित्
धापू
धापू एक ऐसी लड़की की कहानी जिसका लक्ष्य है हर हाल में पढ़ाई को अपनी ढ़ाल बना आगे बढ़ना । वह एक ऐसे माहौल में रहने वाली लड़की है , जहां लड़कियों को हर तरह कमतर आंका जाता है । उनको पढ़ाना फिजूलखर्ची समझा जाता है । शादी भी दहेज के तौल होती है । धापू के
धापू
धापू एक ऐसी लड़की की कहानी जिसका लक्ष्य है हर हाल में पढ़ाई को अपनी ढ़ाल बना आगे बढ़ना । वह एक ऐसे माहौल में रहने वाली लड़की है , जहां लड़कियों को हर तरह कमतर आंका जाता है । उनको पढ़ाना फिजूलखर्ची समझा जाता है । शादी भी दहेज के तौल होती है । धापू के
आखिर क्यों ?
आखिर क्यों ?? जो किशोरवर्ग की हर नव युवती के मन में उठते झंझावातों के सवालों का जवाब तर्क-वितर्क के साथ सरल भाषा-शैली में कहानी के रूप में तारतम्यता के साथ तर्क की कसौटी में कस , सुलझाती हुयी , हमारे समाज में दो विचारधारा के लोग हैं एक आधुनिक कहे
आखिर क्यों ?
आखिर क्यों ?? जो किशोरवर्ग की हर नव युवती के मन में उठते झंझावातों के सवालों का जवाब तर्क-वितर्क के साथ सरल भाषा-शैली में कहानी के रूप में तारतम्यता के साथ तर्क की कसौटी में कस , सुलझाती हुयी , हमारे समाज में दो विचारधारा के लोग हैं एक आधुनिक कहे