नोट: यह कहानी एक भयानक वातावरण और डरावनी घटनाओं का वर्णन करती है। इस कहानी का नाम है "भूत घर"
एक छोटे से गांव में एक भूत घर था। यह घर एक अलग ही जगह पर था, जो दरवाजे से एक बड़े पेड़ के पास था। वह घर काफी बड़ा था और इसमें कई कमरे थे। लेकिन यह घर लंबे समय से अबंज था और उसकी दीवारें तोड़ी हुई थीं। इसके बावजूद, वह घर काफी डरावना था और गांव के लोगों के लिए एक तलाशी बन गया था। कोई भी उस घर के पास नहीं जाता था।
गांव के कुछ लोगों को उस घर में विश्वास नहीं था, लेकिन दूसरे लोग उस घर में अजीब चीजों का अनुभव कर चुके थे। वे कहते थे कि रात को उस घर से आवाज आता था और कभी-कभी वे उसमें चीख पार्टी की आवाज सुनते थे। जब वे घर के पास से गुजरते थे, तो वे अपने आसपास एक अजीब सी ठंडक महसूस करते थे।
एक दिन, गांव के एक लड़के ने इस घर में जाने का फैसला किया। हम इस शहर में जमीनी जगह पर बैठे हुए एक बड़े बंगले में रह रहे थे। उस समय, मुझे नहीं पता था कि इस बंगले में भूतों के आवास होते हैं।
शुरू में, हम सभी अपने रोजमर्रा के काम कर रहे थे, लेकिन उन दिनों में रात में हम बंद रहते थे, क्योंकि बंगले के अंदर अंधेरा था। हम एक रात खाने के बाद, सोने के लिए अपने कमरों में जा रहे थे, तभी मेरे एक दोस्त ने कुछ सुना। वह इधर-उधर देख रहा था और मुझे बताया कि उसने कुछ असामान्य सुना है। मैंने उसे बताया कि यह शायद बंगले की उम्र से संबंधित हो सकता है।
कुछ देर बाद, हम सभी अपने बिस्तर पर सो गए। उसके बाद भूत मेरे दोस्त को मार डाला । और मेरे को माफ कर दिया ।