दुःखों के बादल छोटेंगे जब,
सुख का सूरज आएगा,
एक सवेरा ऐसा होगा,
जब प्रकाश अँधकार को मिटायेगा।
उम्मीदों के आशियाने में ,
जब कोई उत्साह का दीप जाएगा ,
एक सवेरा ऐसा होगा,
जो दिलों में जोश जगाएगा।
मनुष्य भाग्य के भरोसे जीना छोड़,
जब श्रम को हथियार बनाएगा,
एक सवेरा ऐसा होगा,
जो सफलता का सूरज लाएगा ।
दिलों की नफरत जब कम होगी,
जब मानव मानव के काम आएगा,
एक सवेरा ऐसा होगा,
जो दिलों में प्यार जाएगा।
दमनकारियों के अत्याचार के विरुद्ध,
जब शोषित आवाज उठाएगा,
एक सवेरा ऐसा होगा,
जब अत्याचारियों का साम्राज्य मिट जाएगा ।
जब वर्गों में बँटा समाज न होगा,
हर कोई समान अवसर पाएगा,
एक सवेरा ऐसा होगा,
जब अमीर-गरीब का भेद मिट जाएगा।
धर्म की जब स्थापना होगी,
पाप का नाश हो जाएगा,
एक सवेरा ऐसा होगा,
राम-राज्य जब आएगा।