गाँधी जी भारत की आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे थे ऐसा सोचनेवाले गांधी जी को आज तक नहीं समझ सके, गाँधी जी के लिए भारत की आज़ादी से बड़ी लड़ाई एक और थी वो थी सत्य के लिए, शांति के लिए, रंगभेद के खिलाफ बराबरी के लिए, गरीबों और पिछड़े लोगो ले लिए, महिलाओं के अधिकारों के लिए, व्यक्तिगत स्वतंत्रता के लिए, आज हर कोई गांधी का नाम लेकर अपने विचार थोपने की कोशिश कर रहा है. गाँधी सिर्फ हिन्दुस्तान की समस्यों पर ही नहीं विश्व की समस्याओं पर भी अपने विचार रखते थे और उस पर बात करते थे. दक्षिण अफ्रीका की समस्या, अरब देशों की समस्या" खिलाफ़ात आंदोलन" , दूसरे महायुद्ध की समस्या. इन सभी विषयों पर वो बात करते थे. दक्षिणपंथियों को लगता है कि दूसरे महायुद्ध में अंग्रेज़ों का साथ दे रहे थे तो वो मूर्ख है वो हिटलर का , मुसलनी का, जापान का विरोध कर रहे थे और अगर नाज़ीवाद, फासीवाद ,और जापान के विस्तारवाद का विरोध करने को वो अंग्रेज़ों का समर्थन समझते है तो उन मूर्खो को समझाया नहीं जा सकता. यह बात भी याद रखनी चाहिए कि गाँधी जी ने दूसरे महायुद्ध में अंग्रेजी सरकार के खिलाफ भी आंदोलन चलाया था " अहसहयोग आंदोलन" , वो नहीं चाहते थे कि भारत इस महायुद्ध में हिस्सा ले. उस वक्त उनको गिरफ्तार कर लिया गया था और उनकी पत्नी की मौत भी जेल में हुई. दक्षिणपंथियों में से कौन उस वक्त जेल गया था? (आलिम)