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लेखक, कवि, व्ययंग लेखक, मंच संचालक.

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gulshankumar

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मेरा बचपन मुझे लौटा दो

9 दिसम्बर 2015
7
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खो गया हूँ इस भीड़ में कोई घर का पता बता दो ,दुनिया की चका -चौंध में कोई अपनों से मिला दोसूर्य -चन्द्रमा धरती -आकाश से यही विनती हूँ करता मेरा बचपन मुझे लौटा दो ,मेरा बचपन मुझे लौटा दो \

पाकिस्तान दौरा

9 दिसम्बर 2015
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सुषमा स्वराज के पाकिस्तान दौरे से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में मिठास आएगा ??

लौटकर फिर ना आऊंगा मै

26 नवम्बर 2015
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कोई जाकर कह दो उनसे दूर उनसे चला जाऊंगा,तुम लाख ढुंढोगी ज़माने में फिर लौटकर मै ना आऊंगा|तुम मुझे ढुंढोगी चाँद में सितारों में,लाखो में हज़ारो में,टूटते तारे की तरह बिखर जाऊंगा फिर वहां नज़र मै ना आऊंगा|तुम मुझे ढुंढोगी फूलों में बहारों में,खुशरंग त्योहारो में,सूखे पत्तो की तरह बिखर जाऊंगा फिर वहां नज़र

कुछ अल्फ़ाज़

26 नवम्बर 2015
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सोचता हूँ कुछ अल्फ़ाज़ लिखूं,अपने सपनो की की हर बात लिखूं ,जिसे देखा था मैंने सपनो मेंउस सपनो की हर वो बात लिखूं ।दूर बादलो से मेरे ख्वाबो में आती थी ,बहती हवाओ से मुझको आवाज़ वो लगाती थी ,पास आकर प्यारी सी एक मुस्कान दे जाती थी ,जाते जाते कानो में कुछ बाते बोल जाती थी ,उस हसींन मुस्कान की हर बात लिखूं

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