नए हैं हम
संकल्प द्ढ है
भारत के नवनिर्माण का ।
अभी अभी तो आए है
विचार लिए विकास का ।
दावानल सी फैल उठी है
ये बात सारे देश मे ।
भारत ! हाँ जी भारत मे ही
बल है जनसमुदाय का...!
नए है हम
अस्तित्व बडा है
युवाओं के बाँह का ।
कदम कदम पर रक्खे हमने
नीव तेज विकास का ।
हर तरफ अब गूँज उठे है
ये नारे सारे विश्व मे
भारत ! हाँ जी भारत ही है
विश्वगुरु जहान का...!