#गज़ल
#ईश्क-ऐ-ग़ज़ब की
मत पूछिए मुझसे मेरी उदासी का सबब,
तुम्हारा नाम मुझसे लिया नहीं जाएगा।
मत पूछिए ये भी की अकेला क्यों हूं ,
तुम्हारा जिक्र मुझसे किया नहीं जाएगा ।
पर बात तो ये भी सच ही है लिए बगैर,
तुम्हारा नाम मुझसे जिया नहीं जाएगा ।
तुम पास हो तभी तो राहत धड़कन-ऐ-दिल को है,
तुम दूर जाओगी तो मुझसे रहा नही जाएगा ।
तुम्हारी सोच क्या है मेरे मुआमले में क्या पता ,
तुम रुख बदल दोगी तो मुझसे सहा नहीं जाएगा।
मत पूछिए मुझसे मेरी उदासी का सबब,
तुम्हारा नाम मुझसे लिया नहीं जाएगा।
#गज़ल type #vyang in second last line...
#ईश्क-ऐ-ग़ज़ब की