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भरोसे पर वार.. सच्ची प्रेम कहानी

22 नवम्बर 2021

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बात शुरू होती है एक छोटी सी कॉलोनी खोड़ा से जो ग़ज़िआबाद मे है उत्तर प्रदेश
जहाँ मै यानि की राजेश जहाँ मै रहता था मेरी जिंदगी अच्छी खासी चल रही थी बात 2007 की है मेरे सामने वाली गली मे एक लड़की थी जो मुझे हमेसा देखती रहती थी मगर मै उसे देखके अनदेखा कर देता था ऐसे ही तीन से चार महीने गुजर गए फिर एक दिन मै क्रिकेट खेलने जा रहा था उसने अपनी सहेली को मेरे पास भेजा उसकी सहेली ने मुझसे कहा वो आपसे बात करना चाहती है मैने कहा क्या बात करनी है उसने कहा आप ही पूछ लो मैने कहा ठीक है फिर मैने उससे कहा बताओ क्या कहना है उसने बोला मै आपसे प्यार करती हूँ मैने कहा तो मै क्या करू मै तो आपसे प्यार नहीं करता और मना करके चला गया लेकिन वो फिर भी मेरा पीछा नहीं छोड़ रही थी फिर एक दिन आखिर मैने उसको हाँ कर दी बस वही मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल थी उसका नाम सोनी था फिर हम लोग रोज बाते करने लगे एक दूसरे को लव लेटर लिखने लगे मुझे भी उससे प्यार होने लगा अब इतना प्यार हो गया था शायद ही मै उसके बिना जी पाता वो मुझसे बहुत प्यार करने का दावा करती थी और मेरे लिए कुछ भी करने को तैयार थी धीरे धीरे हमारे प्यार को 6 साल हो गए थे अब सोनी मुझसे शादी करने के लिए जिद करने लगी मैने कहा अपने घरवालों को राजी कर लो फिर शादी करेंगे लेकिन मै नीची जाती का था और वो ऊँची जाती की थी इसलिए वो कहने लगी मेरे घरवाले नहीं मानेगे और कहने लगी शादी कर लेंगे तो सब मान जायेंगे फिर हमने आर्य समाज मंदिर दिल्ली मे शादी कर ली और दोनों शादी के बाद भी अपने अपने घर रहने लगे किसी को हमने कुछ नहीं बताया धीरे धीरे हमारी शादी को 5 साल गुजर गए बात 2017 की है जब मेरे बड़े भाई बहुत बीमार थे मेरे पापा ने बहुत पैसा इलाज मे लगाया फिर भी वो भाई को नहीं बचा पाए इस दौरान सोनी ने मेरा पूरा साथ दिया मेरे घरवालों को पता चल गया था की हम दोनों ने शादी कर रखी है मेरे परिवार वालो को कोई ऐतराज़ नहीं था सोनी मेरी पत्नी होने का पूरा धर्म निभा रही थी मगर इलाज मे पैसा लगाने के कारण मेरे पापा पे कर्ज हो गया था जिसके कारण हमें घर बेचके कर्ज चुकाना पढ़ा फिर हम दूर किराये पे रहने लगे फिर भी हम मिलते रहते वो घर आती मेरे और सब काम करती मगर हर बार मै कहता हमेसा के लिए रहो मेरे साथ तो वो कहती सही वक्त आने दो मै तुम्हारे पास हमेशा के लिए आ जाउंगी धीरे धीरे 3 साल और गुजर गए मै फिर काम के लिए नॉएडा चला गया फिर सोनी मुझसे धीरे धीरे लड़ाई झगड़ा करने लगी हमारी फोन पे बहुत लड़ाई होती वो मुझे बहुत उल्टा सीधा बोलती और मै फिर फोन काट देता मै उससे पूछता बता दो मुझे अगर तुम्हारी जिंदगी मे और कोई है तो मगर वो हर बार यहीं कहती की मेरे सिवा कोई नहीं है उसकी जिंदगी मे हर बार झूठ बोलती मुझसे और मै मान जाता लेकिन मुझे शक रहता था फिर एक दिन मेरा जन्मदिन था वो नॉएडा मुझसे मिलने आई मगर कोई गिफ्ट नहीं लाई ऐसा पहली बार हुआ था जब से हम मिले थे तब से मुझे शक हुआ मैने फिर पूछा सोनी कोई और है तुम्हारी जिंदगी मे तो बता दो मै तुम्हारी जिंदगी से दूर चला जाऊंगा उसने मेरे सर पे हाथ रखके कसम खाई की वो सिर्फ और सिर्फ मेरी है और मै मान जाता मगर मुझे क्या पता था जिसपे मुझे इतना विश्वास था वो मेरी पीठ मे खंजर घोंप रही है झूठ बोलती थी फिर थोड़े दिनों बाद मेरे एक दोस्त का फोन आया खोड़ा से उसने बोला भाई सोनी से रिश्ता तोड़ दिया है क्या मैने कहा नहीं उसने बोला वो किसी लड़के के साथ बाइक पे घूम रही है मैने तुरंत फोन किया सोनी को उससे पूछा किसके साथ हो तो उसने मेरी कसम खाके बोला किसी के साथ नहीं पता नहीं क्यूँ उसकी झूठी बात को मै सच समझ जाता मैने अपने दोस्त को भी उल्टा सीधा बोला फोन करके मेरे दोस्त ने कहा जब तुझे हकीकत पता चलेगी तब पैरों तले तेरी ज़मीन खिसक जाएगी मैने फिर सोनी को पूछा कौन तो तुम्हारे साथ बार बार पूछने पे तब उसने बोला चाचा का लड़का था मैने कहा झूठ क्यूँ बोला मुझसे वो कहने लगी तुम शक करते मै फिर उसकी झूठी बातो मे आ गया फिर एक दिन पता चला की उसके सामने वाले लड़के से चक्कर था सोनी के भाई से और मम्मी से लड़ाई हो रही थी की उनकी लड़की उनके लड़के के पीछे पड़ी जबकि लड़के की शादी हो रखी है और लड़के का एक बच्चा भी है फिर जब मुझे वहां से फोन आया तो मेरे होश उड़ गए मै बहुत रोया फिर सोनी को फोन किया उसने फिर झूठी कहानी बताई की वो लड़का मेरे जबरदस्ती मेरे पीछे पढ़ा है मै उसे नहीं चाहती मै फिर विस्वास मान गया फिर एक दिन पता चला उस लड़के की और सोनी की शादी की बात चल रही है मुझे बहुत गुस्सा आया और फिर मैने सोनी को फोन किया वो कहने लगी मुझे नहीं पता लेकिन मुझे अब सब कुछ पता चल गया सोनी और वो लड़का दोनों ने कमरा किराये पे ले रखा था जहाँ वो मिलते थे और सारी हदे पार किया करते थे मै बहुत रोया फिर सोनी को फोन किया पूछा क्या चाहती हो अब वो फिर भी यहीं कहती की मै सिर्फ तुम्हारी हूँ इतना झूठ कोई कैसे बोल लेता है मै दिन पे दिन कमजोर होता जा रहा था कुछ नहीं खाता था फिर मैने कहा आजाओ मेरे पास हमेशा के लिए वो मान गई उसने कहा मैने तुम्हे बहुत धोखा दिया है मुझे माफ़ कर दो उसने कहा उसकी कुछ तस्वीरें उसके पास है गंदी वाली मैने कहा ये सब करते हुए तुम्हे मेरी एक बार भी याद नहीं आई वो बोली मै बहक गई थी माफ कर दो मुझे मैने कहा मै तो तुम्हे इसलिए माफ कर रहा हूँ की मै तुमसे सच्चा प्यार करता हूँ मैने कहा अपने घरवालों को मेरे और अपने बारे मे बता दो मगर वो अपनी मम्मी से ही बता पाई पापा को कुछ नहीं बता पाई और एक दिन मै उसे वहां से ले आया नहीं तो आज वो वहां और ज्यादा बदनाम होती मगर मै अपनी मुहब्बत को बदनाम होते हुए नहीं देख सकता था उसके घरवाले मुझे आज भी गलत समझते है उस लड़के ने सोनी के जिस्म से प्यार किया और मैंने सिर्फ उससे प्यार किया क्या जिस्म पाना ही प्यार है मैने कभी सोनी के जिस्म से प्यार नहीं किया आज उसके घरवाले मुझसे नफरत करते है मगर उनको सच्चाई नहीं पता जिस दिन सच्चाई पता चलेगी तब वो मेरे प्यार को समझेंगे की मैने उनकी बेटी की बेवफाई करने के बाद भी उसका साथ नहीं छोड़ा वो लड़का उनकी लड़की की जिंदगी बर्बाद कर देता बदनाम करके दोस्तों क्या मैने सही किया सोनी को अपने पास लाके आज हमें दो साल होने वाले है एक साथ रहते रहते मगर सोनी के घरवाले हमसे अभी तक बात नहीं करते तो ये थी मेरी सच्ची कहानी 

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