दोस्तों अपने इतिहास तो पड़ा हे होगा कभी भारत सोने के चिड़िया हुआ करता था आज वो भारत कहा है आजादी मिली पर गुलामी वाली जरा इतिहास के पने पद कर देखो आज इंसान लड़ रहा है किसलिए जातिवाद लूट पेट और बहुत समस्या है इसकी सबसे बड़ी जड़ हम खुद है क्या हमने कभी किसी को गले लगा क़र पूछा है नहीं हम आज लड़ रहे है क्यों मुसलमानो ने ऐसा क्र दिया और दूसरी बात क्यों कया आज लोग मुसलमान के घर पर जाने को त्यार नहीं है क्यों गले लगाना तो दूर की बात है क्योकि हम लोग स्वाथी हो गए है आजादी से पहले कोई मुसलमान कोई सिख कोई मरथा नहीं था आज उस सोने की चिड़िया को जात पात और धर्म के नाम पर बाँट देय किसने हमने क्या आज़ादी के टाइम मुसलमान या किसी भी धर्म का था वन्देमातरम नहीं बोला क्या क्या उस माता का जेकरा नहीं करा जिस दिन ये जट पात का और भेद भाव बंद कर दिया सबको समानता का दर्जा दे दिया और सोने की चिड़िया को जिसको अलग अलग बाँट दिया है जोड़ दिया उस दिन मेरा भारत फिर सोने की चिड़िया बनेगा और दुनिया का सबसे शक्ति शाली देश बनेगा