shabd-logo

जीवन मांगे कीमत ✍️🌿👑🚩

19 अगस्त 2022

23 बार देखा गया 23
जीवन का हर क्षण अनमोल क्या लेकर तू जाएगा।
अंधकार से आया है तू क्या जीवन नर्क बनाएगा।।

अहम की नैया खोटी पड़ी छल कब तक करता जाएगा।
जिस औलाद पर करता ए प्राणी गुमान तू वही चिता पर 
तुझे सुलाएगा।।

जानना है छोर तुझे जीवन का तो कपट कहाँ तक जाएगा।
जैसे करेगा तेरा मेरा बाँटे वही तो आयेगा।।

औलाद को शर्म अनपढ़ माँ बाप कहकर कब तक अस्तित्व अपना 
लजायेगा।
जब जब चोट लगेगी तुझे कोई नहीं आएगा आखिर गुहार ए मानव तू माँ को ही लगाएगा।।

धन्यवाद......🌿🚩article-image

स्वरचित 
माधुरी रघुवंशी ✍️👑🚩
4
रचनाएँ
कलम की धार ⚔️✍️
0.0
जीवन के हर पहलु को बनाकर मोती शब्दों की माला में पिरोया जो कलम उजाकर करेगी।✍️🙏⚔️
1

नफ़रत की आड़ ✍️

10 मई 2022
0
0
0

नफ़रत की आड़ में कितने रिश्तों को आग लगाए बैठे हैं।हकीकत है आज की इंसान इंसान को जलाये बैठे हैं।।🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸कैसी ये भूख है लालसा की अपने अस्तित्व को मिटाये बैठे हैं।माँ बाप को घर

2

मैं भी एक लड़की हूँ ✍️🔥

11 मई 2022
2
1
2

मैं भी एक लड़की हूँ दिखने में कमज़ोर लगती हूँ।आजादी है मुझे भी भरपूर पर संस्कारों को साथ लेकर चलती हूँ।। हाँ मैं भी एक लड़की हूँ

3

जीवन मांगे कीमत ✍️🌿👑🚩

19 अगस्त 2022
0
0
0

जीवन का हर क्षण अनमोल क्या लेकर तू जाएगा।अंधकार से आया है तू क्या जीवन नर्क बनाएगा।।अहम की नैया खोटी पड़ी छल कब तक करता जाएगा।जिस औलाद पर करता ए प्राणी गुमान तू वही चिता पर तुझे सुलाएगा।।जानना है

4

अन्तर्मन की आवाज़ ✍️👑

20 अगस्त 2022
0
0
0

***********यूँ तो कहूं कुछ धुंधली सी हवा चलती है।*************जब जब होती हूँ परेशान आत्मा माँ बन *****************के बात करती है।।********मन....... बिखरी बिखरी धूल है अहम की पुड़िया जो बनाता हूँ र

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए