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लिखने पढ़ने का शौक ...... एक पहल है खुदको खुदसे मिलाने कि ✍️✍️👑👑👑

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-05-11
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2021-12-28
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2021-12-15

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कलम की धार ⚔️✍️

कलम की धार ⚔️✍️

जीवन के हर पहलु को बनाकर मोती शब्दों की माला में पिरोया जो कलम उजाकर करेगी।✍️🙏⚔️

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4 common.articles

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कलम की धार ⚔️✍️

कलम की धार ⚔️✍️

जीवन के हर पहलु को बनाकर मोती शब्दों की माला में पिरोया जो कलम उजाकर करेगी।✍️🙏⚔️

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अन्तर्मन की आवाज़ ✍️👑

20 अगस्त 2022
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***********यूँ तो कहूं कुछ धुंधली सी हवा चलती है।*************जब जब होती हूँ परेशान आत्मा माँ बन *****************के बात करती है।।********मन....... बिखरी बिखरी धूल है अहम की पुड़िया जो बनाता हूँ र

जीवन मांगे कीमत ✍️🌿👑🚩

19 अगस्त 2022
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जीवन का हर क्षण अनमोल क्या लेकर तू जाएगा।अंधकार से आया है तू क्या जीवन नर्क बनाएगा।।अहम की नैया खोटी पड़ी छल कब तक करता जाएगा।जिस औलाद पर करता ए प्राणी गुमान तू वही चिता पर तुझे सुलाएगा।।जानना है

मैं भी एक लड़की हूँ ✍️🔥

11 मई 2022
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मैं भी एक लड़की हूँ दिखने में कमज़ोर लगती हूँ।आजादी है मुझे भी भरपूर पर संस्कारों को साथ लेकर चलती हूँ।। हाँ मैं भी एक लड़की हूँ

नफ़रत की आड़ ✍️

10 मई 2022
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नफ़रत की आड़ में कितने रिश्तों को आग लगाए बैठे हैं।हकीकत है आज की इंसान इंसान को जलाये बैठे हैं।।🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸कैसी ये भूख है लालसा की अपने अस्तित्व को मिटाये बैठे हैं।माँ बाप को घर

एक तस्वीर सच्चाई की ✍️✍️👑👑🔥🔥

17 फरवरी 2022
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न समझकर भावार्थ को बैसी दरिंदे बन सामने आते हैं।न रखकर इज्ज़त बेटी कि सूली पर मर्यादा को चढ़ाते हैं।।✍️कपड़ो से पहचान करते व्यवहार को नीचा दिखाते हैं।बताकर खुदको सभ्य कलंकित नारी जात को करते जाते हैं।।✍️

सच्चाई का आईना ( कॉलेज के दिन) ✍️✍️👑👑

9 जनवरी 2022
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उठाकर ज़ज्बातों का फायदा माँ बाप सर नीचा कराते हैं।कॉलेज के नाम पर कई बच्चे सिनेमा हॉल में नज़र आते हैं।।छुट्टी के दिन भी एक्स्ट्रा क्लास कहकर माँ बाप की भावना से खेल जाते हैं।कुछ बच्चों के खातिर पूरी

अब समाज को सुधरना होगा ✍️👑👑

1 जनवरी 2022
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<div>माटी की मूरत को अब इंसान बनना होगा।</div><div>बेटी कोई खेल नहीं अब समाज को सुधरना होगा।।</div><div>अब बेटी को उसका मान सबको मिलकर देना होगा।</div><div>जो जन्म देती है सबको उस नारी की भावनाओं को स

कर्म की प्रधानता ( सच्चा जीवन) ✍️✍️👑

29 दिसम्बर 2021
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<div>कलम की धार को तलवार बनाते है।</div><div>हम्म सिर्फ लिखना ही नहीं जानते सुने मन में आश जगाते हैं

एक बीमारी जो कबसे छाई है ✍️👑👑

28 दिसम्बर 2021
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<div>जुल्मों का अंत नहीं इंसान जालिम बना जा रहा है।</div><div>क्या हवा चली इस दौर की इंसान हैवानियत

बेटी की आबरू✍️👑👑

15 दिसम्बर 2021
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<div>खिलवाड़ करके उसकी अस्मत से शैतानीयत दिखा गए।</div><div>कुछ हैवानियत कि शक्ल में इंसानियत भुला गय

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