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ज़िन्दगी मेरे घर आना

दिनेश कुमार कीर

3 अध्याय
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5 पाठक
30 अक्टूबर 2022 को पूर्ण की गई
निःशुल्क

जीवन शैली 

jaindagi mere ghar aana

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पुस्तक के भाग

1

जिंदगी मेरे अन्दर

30 अक्टूबर 2022
4
1
2

सबको आती है नज़र रोशनी मेरे अंदर, कितनी है, पूछे कोई तन्हाई मेरे अंदर मेरी आवाज़ में है शामिल इक सन्नाटा, सदियों से चीखती है ख़ामोशी मेरे अंदर भीगने से भला कैसे बचाऊं ख़ुद को बहती है ग़म की एक नद

2

बेटियाँ पराई नहीं, दिलों में रहती है...

30 अक्टूबर 2022
2
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बेटियाँ पराई नहीं, दिलों में रहती है...  एक बार एक गरीब पिता ने अपनी एकलौती पुत्री की सगाई करवाई...  लड़का बड़े अच्छे घर से था, इसलिए माता-पिता दोनों बहुत खुश थे । लड़के के साथ लड़के के पूर

3

रिश्ता

30 अक्टूबर 2022
2
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*रिश्ता* जीवन में किसी को......... दिल से पसंद करते हो..... उससे रिश्ता जोड़े रखे..... आपका काम चाहे न हो... पर कभी गलत राय......... आपको नहीं देगा............ जीवन में बहुत से रिश्ते.... गलत

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