यदि आपका कोई अपना हो विश्वास -पात्र हो तभी आप मुंबई जाये. क्योंकि वंहा एक गॉड -फादर का होना जरूरी है वर्ना मुंबई किसी की नहीं होती. आपकी जेब पर चील -कौवो की तरह टूट पड़ने वाले लोग वंहा सब तरफ होते है. आपका कोई सगा हो, अपना हो, विश्वास लायक हो तभी आप वंहा पनप सकते है वर्ना मुझे तो बहुत ज्यादा लुटा गया जिसमें पुलिस भी उनके तरफ होती है जिन्हें लूटा जाता है उनकी मदद कोई नहीं करता. अब पहले जैसे अच्छे लोग नहीं रहें.