मै जिस आशा और उत्साह से हिम्मत करके मुंबई तक जाती थी वो आकर्षण अब खत्म हो गया है मुझसे कई लोगों ने ठगी की है चीटिंग करके पैसे और स्क्रिप्ट रख लिए है. किसी तरह अपने को बचा कर मै लौटी हूँ और अब ज़ब तक मुझे ठोस कोई काम नहीं मिलता मुझे मुंबई जाने का साहस नहीं है क्योंकि हर बार मुझसे वंहा पैसे लूटे गए.
मेरे भोलेपन को जानकर लोगों ने मुझे पैसे कमाने की मशीन समझ लिया.
मुंबई वैसा नहीं है जैसा फिल्मों में दिखाते है वो बहुत ही धूर्त लोगों का शहर है और वंहा बड़ी निर्ममता से लूटा जाता है पुलिस कुछ नहीं करती.
एक औरत ने मुझे फेसबुक पर मित्रता भेजी थी और अच्छी बात करते हुए वो व्हाट्सप्प तक आई. मुझपर उसका बड़ा अच्छा प्रभाव था लेकिन आखिर में वो तब मुझसे पैसे मांगने लगी ज़ब मै अपने शहर लौटी. मै कंहा से पैसे देती और उसे मै अपनी स्क्रिप्ट भी देकर आ गईं थी वोअब उसे लौटा भी नहीं रही है. और मुझे कई तरह की बातें बोलकर अहसान जता रही. इससे समझ सकते है कि आप किसी की बातों में मत आइये लोग बड़े झूठे और मक्कार है और कई तरह की जलसाजी करके लुटते है.