भारतीय मानवता मेरा धर्म लक्ष्य सर्वैभवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया
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मानव तुझे नही याद क्या तू ब्रह्म का ही अशं है ।
सहते रहना का तात्पर्य सहिष्णु होना है और प्रतिकार कर देना असहिष्णु हो जाना।
सम्पूर्ण पसारा मन का है मन से मुक्त होना ही मनुष्य जीवन का कर्म है।