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उपदेश कुछ नहीं कर पायेगें जब तक योग्य ग्रहीता न हो। यदि जनक हो, तो अष्टावक्र जी का उपदेश सफल। यदि राम हो तो वशिष्ठ जी का उपदेश सफल। निवेदन यह है

24 मई 2016

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