जीवन के सफर में हम सभी को चलना है।
बस न तेरा न मेरा यह सोच को रखना है।
जीवन के सफर में हम सभी को चलना है।
सच तू भी जाने और मैं भी बस हमसफ़र बनना है।
जीवन के सफर में हम सभी को चलना है।
झूठ फरेब साथ प्रेम में सबको छलना हैं ।
हां सच जीवन के सफर सभी को चलना है।
रिश्ते नाते सांसों के साथ और स्वार्थ रखना है।
हां सच जीवन के सफर में बस चलना है।
अकेले ही आना और जिंदगी के मेले में रहना है।
जीवन के सच तो यही हमें चलते रहना है
साथ न कोई तेरा हमसफ़र सभी साथ छोड़ना है।
बस जिंदगी जीवन के सफर के रंगमंच में अपना, किरदार जो निभाना है।.…..…..…......
जीवन के सच सफर में हमें चलते रहना है।।
नीरज अग्रवाल चंदौसी