कन्या शिक्षा को बढ़ावा देने की जरुरत है - अनिल विश्वकर्मा
मुम्बई - प्रेमा देवी एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन अनिल विश्वकर्मा पिछले कई वर्षो से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे है अपनी संस्था के माध्यम से वह नालासोपारा और पालघर जिले के अंतर्गत आने वाले सभी स्लम में अपनी संस्था '' प्रेमा देवी एजुकेशनल ट्रस्ट '' के द्वारा कई सेंटर चला रहे है जहा कन्या शिक्षा के मद्देनज़र वह उन्हें शिक्षित कर रहे है।
इन की संस्था प्राथमिक शिक्षा में व्यापक स्तर पर परिवर्तन लाते हुए मोदी सरकार की नीति प्रत्येक कन्या को शिक्षित करने की वचनबद्धता के साथ क्षेत्र में
एक विशेष योजना लागु करने की दिशा में कार्यरत है। ज्ञात हो कि पालघर जिले के अंतर्गत आदिवासी, वनवासी जातियों वाले में शिक्षा की हकीकत बयां
करने वाली बहुत सी तस्वीर है जो शिक्षा और शिक्षको पर प्रश्न खड़ी करती है। ड्रापआउट बच्चो को फिर से स्कूल भेजने और उनके दाखिले को ले कर '' प्रेमा
देवी एजुकेशनल ट्रस्ट '' बहुत तेजी से काम कर रही है। ट्रस्ट के अनिल विश्वकर्मा कहते है कि -'' इस काम में चुनौतियाँ बहुत है मगर हम और हमारी संस्था के टीम के लोग कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहने पाये इसके लिए हम जागरूकता अभियान चलाएंगे। हम अपने सेंटर में बच्चो को लाते है आर्धिक तौर पर बहुत से कमजोर परिवारों के बच्चे हमारे यहाँ आते है।
कोरोना महामारी के बाद नये सत्र में हमारे संस्था के शिक्षक घर-घर जाकर अभिभावकों व बच्चों दोनों को शिक्षा के प्रति जागरूक करेंगे। शिक्षा की महत्ता को बताएंगे और उन्हें हमारे विद्यालय से जोड़ेंगे।
फिलहाल '' प्रेमा देवी एजुकेशनल ट्रस्ट '' नालासोपारा में कार्यरत है और वहाँ के स्थानीय बच्चो को शिक्षित कर रही है। संस्था के अन्य योजनाओ में डीजिटल शिक्षण को भी बहुत बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त संथा अन्य सेवाओं के लिए भी है जैसे मुफ्त नॉट बुक वितरण , मेडिकल कैंप , इत्यादि।