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Komal Singh (Mere kavita hi mere phcahan) के बारे में

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Komal Singh (Mere kavita hi mere phcahan) की पुस्तकें

मां

मां

सारे जग से प्यारी होती है मां, बचपन में हम सबका सहारा होती है मां, मां की ममता का कोई मोल नहीं होता, मां के जैसा इस दुनिया में कोई और नहीं होता।

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सारे जग से प्यारी होती है मां, बचपन में हम सबका सहारा होती है मां, मां की ममता का कोई मोल नहीं होता, मां के जैसा इस दुनिया में कोई और नहीं होता।

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