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कविता और शायरी संग्रह

31 दिसम्बर 2023

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थोड़ा ठहर जा ऐ वक्त,,
कुछ जख्मों के निसान.
थोड़ा दिल का  अरमान अभी बाकी है.......



ठहर गए थे
लमहे यूंही चंद फिजाओं के लिए
मुकम्मल इश्क का तो
सारा मुकाम  अभीं बाकी है......।।।।।।।।।

रोशन



 तो मंजिलें भी होतीं हैं

बहुत ही करीब कभी कभी  ।

बस वक्त ही बन जाता है

बेरहम

उनको पाने में   ।।

रोशन....


नफरत की भरी इस दुनियां में 


अरमान बदलते देखे हैं ,


धोखा है यहां लालच है यहां 


इमान बदलते देखे हैं  ।


दौलत के सुनहरे जादू से 


ऐ दिल ये तड़पना अच्छा है ,,


चांदी के खनकते सिक्कों पर 


इंसान बदलते देखे हैं ।।।।।।।।

रोशन....

Pawan Kumar Pathak "Roshan" की अन्य किताबें

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रचनाएँ
Pawan Kumar Pathak "Roshan" की डायरी
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इस किताब में मेरे द्वारा लिखी गई कुछ कहानियों कविताओं का संग्रह है । आपके आशीर्वाद की कामना करते हैं ।।।
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परदेशिया

30 दिसम्बर 2023
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यादों का बरगद

30 दिसम्बर 2023
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थोड़ा ठहर जा ऐ वक्त,, कुछ जख्मों के निसान. थोड़ा दिल का अरमान अभी बाकी है....... ठहर गए थे लमहे यूंही चंद फिजाओं के लिए मुकम्मल इश्क का तो सारा मुकाम अभीं बाकी है......।।।।।।।।। रोशन त

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महक

31 दिसम्बर 2023
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अब सिर्फ पन्द्रह मिनट शेष रह गया था रेलगाड़ी के आने में अतः मैं अपना सामान संभालता हुआ स्टेशन की तरफ चल पड़ा। जनवरी का महीना होने के कारण शीत ऋतु अपने समग्र यौवन के साथ प्रकृति में संलग्न होकर हर एक वस्

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ये कैसी मौत

2 फरवरी 2024
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