सोच रहा था यूं ही अकेला तन्हा बैठा पीपल के पास
क्या होगा मरने के बाद
माँ बाप भाई बहन बीवी बेटी दोस्त दुश्मन
सभी को होगा दुःख ये क्या हो गया
कैसे हो गया पर विधि का विधान को आज तक किसने है टाला
वो तो आँखों की आंसू सुखाकर बैठी है जिसने बड़े ही जतन से पाला