चलिए शुरू करते हैं लड़की के जीवन के विषय के बारे में, आजकल के जमाने में कहा जाता है की लड़की लड़का में कोई भेद नहीं है, लेकिन मैं बताना चाहूंगी कि आज भी लड़की को उतना दर्ज नहीं दिया जाता है जितना उसे मिलना चाहिए।
आज लड़की के ही जीवन के विषय पर मैं एक कहानी सुनाना चाहूंगी
एक बहुत ही खुशहाल परिवार था, जिसमें बड़े बुजुर्ग सब थे, उसे परिवार में एक दंपति थे जिनकी पहली संतान प्रताप पुत्र के रूप में हुई और वह उसे पाकर बहुत खुश हुए। इसका खूब अच्छे से लालन-पालन करते थे। करीब 2 साल के बाद उनकी एक पुत्री हुई वह उसे भी बहुत प्यार करते थे पर रहते हैं ना कि बेटा और बेटी के बीच में फर्क होता है वही फर्क उसे लड़की के साथ किए जाने लगा, उस परिवार को अपनी इज्जत बहुत प्यारी थी इसलिए समाज को दिखाने के लिए बेटी बेटा दोनों को अच्छे स्कूल में पढ़ाते थे ताकि यह ना कहे कि वह बेटी को नहीं मानते हैं। कुछ साल के बाद जब बेटी बड़ी हुई करीब 8 9 बरस की तो उसकी मां उस घर के कामकाज करवाती थी और कामकाज नहीं करने पर उसकी पिटाई करती थी, वह बच्ची अपने हक के लिए लड़ाई करती थी। उसका बचपन से 12वीं तक के परीक्षा तक वैसा ही सलूक किया जाता था, आया लिखाया खिलाया पिलाया लालन पोषण तो सब किया जाता था लेकिन साथ-साथ उस से घर का कामकाज बचपन से ही करवाया जाता था, काम नहीं करने पर उसे खूब खड़ी खोटी सुनाया जाता था। 12वीं के बाद उसे पढ़ने के लिए बाहर भेजा गया। बाहर बीसीए के पढ़ाई करने के लिए चली गई। बीसीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद,उस लड़की को घर से दूसरे जिले में सरकारी नौकरी लग गई।वह लड़की सरकारी नौकरी करने लगी और खुश थी ।उस लड़की की शादी की।बात चलने लगी लेकिन उसके माता पिता ढंग का रिश्ता नहीं ढूंढते थे,लड़की को पसंद नहीं आता था वह रिश्ता, इसीलिए वह लड़की बोली मुझे जो लड़का पसंद होगा मैं उससे ही शादी करूंगी।तो या लड़की ने मैट्रिमोनियल पे अपना प्रोफाइल बनाया और बहुत सारे लड़के को परखा,काफी परखने के बाद उस लड़की को एक लड़का पसंद आया बहुत,उस लड़के को भी वह लड़की बहुत पसंद थी,दोनों के बीच प्यार भी हो गया,बातचीत के कुछ समय बाद लड़के के घरवाले भी देखने आए लड़की को,साथ में लड़का भी लड़की को देखा।सबको लड़की पसंद आ गई और लड़का भी सबको पसंद आ गया,पहले लड़का ने लड़की से कहा कि तुम जो करो सपोर्ट करेंगे,पर बाद में लड़की को बोलने लगा MCA करोगी तो ही जॉब मिलेगा,बाहर में,लड़की ने कहा कि खुद का कुछ बिजनेस से भी कमाया जाता है,पैसा कमाने का मतलब ये नहीं होता कि सिर्फ जॉब ही किया जाए,खुद का कुछ बिजनेस से भी कमाया जा सकता है।लड़की को पसंद करने के बाद लड़का के घरवाले शादी का दिन नहीं दे रहे थे,कुछ न कुछ दिन पे पूछते थे,लड़की का पढ़ाई में कितना पर्सेंट है,आगे MCA करेगी कि नहीं।लड़का पहले तो बोलता था कि तुम जॉब करो,बिजनेस करो या कुछ नहीं भी करो तुम्हारे साथ ही रहेंगे,लेकिन लड़का का रोज नया नया बात बदलता था,कहता था कि तुम कुछ करोगी तभी ही साथ रहेंगे,नहीं तो नहीं,लड़का फिर बोलने लगा मेरा प्यार अब तुम्हारे लिए खत्म हो गया,तो ये कैसा प्यार है,वो लड़की उस लड़के के लिए सबकुछ करने को तैयार है जैसे वो चाहता,लड़की का जीवन सच में कठिन है,उसको कही नहीं साथ मिलता इस कलियुग के जमाने में,जो लड़की पहले से कमाती है वो खाली कैसे बैठ सकती।कुछ न कुछ तो करके काम ही लेगी,जब लड़का भी इस तरह का शर्त रहेगा तो, इसीलिए आज कल के जमाने में लड़की को भी नौकरी करनी चाहिए,ताकि पति कल को ये न कहे कि तुम मेरे कमाई पे पलती हो।सभी इंसान से मैं यही सवाल करुंगी क्या लड़की का जीवन सच में आसान है,बहुत लड़की को अभी भी उतनी आजादी नहीं मिलती जितना वो चाहती,अपने तरीके से वो कुछ नही कर पाती,इस पर सबकी क्या राय है कमेंट में जरूर बताए,धन्यवाद।