Captions not available
निःशुल्क
नवोदय की बात कही न कही हमारे जेहन में हमेशा रहती हैं। वो सुबह सुबह जल्दी उठने की आदत और वो नाश्ते के लिए लेट होना आज भी बहुत याद आता है। नवोदय के वो सात साल बहुत अच्छे थे । भूलने पर भी नहीं भूलते