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मातृत्व का रंग

27 सितम्बर 2021

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अम्मा मतलब मां मां का प्यार मतलब मातृत्व जो अमीर गरीब इंसान जानवर सब में एक जैसा ही होता है सब अपने बच्चों से बहुत प्यार करते हैं और सब बेस्ट देने का प्रयत्न करते हैं इसी संदर्भ में मेरा यह संस्मरण
मातृत्व।ईश्वर ने नारी को इस महान वरदान से नवाजा है। मातृत्व किसी के लिए भी हो सकता है ।पैसे वाला गरीब  सबके लिए एक जैसा ही होता है। मगर मैं तो यह कहूंगी कि कभी-कभी गरीब मजदूर क्लास में मातृत्व बहुत ही जोरदार देखने को मिलता है ।यह मैं अपने निजी अनुभवों से कह रही हूं,,,
1997 में हमारा घर बन रहा था। तब सारी मजदूर फैमिली हमारे वहां कंस्ट्रक्शन साइट पर ही रह रही थी ।तभी मुझे मंजू को नजदीक से देखने का मौका मिला । जब काम करने के लिए आए सब ,तब वह प्रेग्नेंट थी  ,और पूरा टाइम चल रहा था। तो भी वह काम कर रही थी ।और काम करते करते दो-चार दिनों में उसको हमारे हॉस्पिटल में लाया गया ,और उसके एक बेटा आया ।इतना सुंदर गोल मटोल। 4 दिन में हॉस्पिटल में रहीऔर फिर छुट्टी दे दी उसको ,तो वापस पर कंस्ट्रक्शन साइट पर आ गई। पंद्रह 20 दिन तक उसने आराम किया होगा, तब तक वह अपने बच्चे का बहुत ध्यान रखती थी। उसके बाद में उसने वापस काम चालू करा। उस बीच में वह उस बच्चे को इतना प्यार से रखती थी ।बिल्कुल रोने नहीं देती थी। और उसकी हेल्थ की भी काफी केयर करती थी। 1 साल तक हमारे यहां काम चला ,तब तक वह उस बच्चे की जिस तरह से देखभाल करती थी ,वह देख कर ऐसा लगता है ,हम लोग भी कहीं कहीं चूक जाते हैं बच्चे की देखभाल करने में। मगर उसने इतना प्यार से, काम करते टाइम साइड में घोड़ीये उसको सुला करके ।खुद ज्यादा अच्छा नहीं पहनती थी पर उसको अच्छे कपड़े पहना दी थी सर्दी का टाइम था ,तो पूरा फुल कवर रखती थी। उसको और बहुत ही ध्यान रखती थी ।वह हमारे यहां पर सेकंड माल का कंस्ट्रक्शन था ।तो मुझे कभी-कभी डर लगता था ,यह बच्चा चलते चलते उधर कॉर्नर तक ना पहुंच जाए, मगर मंजू का इतना ध्यान रहता ,था कि वह कभी भी उसका आंखों से ओझल नहीं होने देती थी ।वाह रे मातृत्व स्त्री का ऐसा गुण जो कहीं ढूंढने पर भी ना मिले। मैं आज तक उस नजारे को भूल नहीं पाई जो चीज वह खुद नहीं खा सकती थी वह सब उस बच्चे के लिए उपलब्ध थी। उसके लिए तो वह उसका राजकुमार ही था।
एक गीत गाया करती थी तमे मारा देवना दीथेल छो

तमे मारा हिवडा नी ढेल छो, आवया हो तो अमर थई  ने रयो।
ऐसी थी मंजू और मंजू का  मातृत्व तो वह बच्चा काफी बड़ा हो गया है मैंने देखा था एक बार बहुत अच्छा दिख रहा था गांव में रहकर पढ़ रहा है ।आशा है आपको पसंद आएगी धन्यवाद।
स्वरचित कहानी 


Vimla Jain

Vimla Jain

Very nice

27 सितम्बर 2021

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