यह मेरी फरवरी 2022 की डायरी है।
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आज का दिन मेरे लिए खास है। आज ही मुझे शब्द डॉट इन के बारे में पता चला और लीजिए मैं झटपट यहां आ गया। मुझे खुशी है कि यहां मुझे कई लेखकों मित्रता करने और उनकी रचनाएं पढ़ने का मौका मिलेगा।खैर, आज की बात
आज मेरी पत्नी की सेहत कुछ ठीक नहीं थी। सुबह उठकर नहा धोकर तैयार हुआ। फिर बाकी दिनों की तरह पूजा पाठ किया। उसके बाद खाना भी बनाना था। शादी के बाद से खाना बनाने की आदत भी छूट गई है। किसी तरह भात, दाल, स
राष्ट्र ध्वज और किसी आम कपड़े में वही फर्क है को पत्थर और भगवान की मूर्ति में है। भगवान के मूर्ति या विग्रह का महत्व एक सच्चा भक्त ही समझ सकता है। उसी तरह राष्ट्र ध्वज का महत्व एक सच्चा देशभक्त ही समझ