shabd-logo

नारी मंथन

14 नवम्बर 2021

55 बार देखा गया 55

🙏🏻 भाई एवं बहनोंं

इतनी प्रयास के बावजूद भी नारियो पर अन्याय होना रुक नहीं रहा है । ये तो बुरी  बात हुई  ना । अभी भी इतने शिक्षा के प्रसार  प्रचार के बाद भी  बहुत ही तबको में  नारी की वेल्यु बस घर और बच्चे पालने की मशीन तक ही सिमित  रखी जा रही है ।

अभी भी किराये की कोख के लिए बस उसकी सौदा की जा रही है , ये मानवता के प्रति घोर अन्याय हुआ ना ..

नारी घर से निकल कुछ अच्छा करने की क्या सोच ली ,उसे तो बस लग गए सभी दबाने में निचे दिखाने में , तुमसे ये नहीं हो सकता ,वो नहीं हो सकता  कमेंट्स झेल झेल वो कुछ करना भी चाहे तो उसके मनोबल सभी गिराने में लग जाते है इतने के बावजूद थोड़ी बहुत महिला ही आगे ऊपर उठ पाती है । तो सबसे पहले घर के पुरुषो से मेरी हाथ जोड़ निवेदन है कि परिस्थिति चाहे जैसी हो भाई.... आप अपने घर की लड़कियों की शिक्षा प्लीज़ ,अच्छी तरह से कराये  🙏🏻।

इस पुरुष प्रधान समाज को लगने लगता है अरे, नारी बाहर निकल कुछ अच्छा करने लगेगी तो ,मेरे से अच्छा कमाने लगी तो मेरी नाक पर बट्टे लग जाएगी,  छोटी मानसिकता के पुरुष को ये लगता है कि अगर मेरे से ज्यादा कमायेगी ...चाहे वो धन हो या प्रतिष्ठिता तो उसकी आन पर बन आती है । उनकी दलील रहती है मैं कमाता हूँ , और ये पर्याप्त होता है तो घर की नारी बाहर क्यों निकले कमाने ....तो भाई साहब... वो भी इंसान है  । उसके  भी आपके जैसा सेम  बुद्धि विचार है ।आप क्यों नहीं चाहते कि उसकी प्रतिभा भी बाहर निकले आप के तरह । वह भी तो आप के जैसा    ही ईश्वर द्वारा बनाया गया इंसान है । धरती पर आके आपने  ही भेद भाव बना दिए है उनके साथ ,जो कुछ वर्षो से ही चल रहा है ।  सभी जानते है  हमारे प्राचीन  भारत में  कोई भेद भाव नहीं  पुरुष और नारी के बीच उसे दूल्हा चुनने , पढ़ाई लिखाई ,  मनपसंद  काम चुनने का अधिकार था एक से एक विदुषी नारी हमारे भारत वर्ष की हुई है कुंती ,गार्गी आदि अनेकोंं नारी  जो बड़े बड़े विदुषी रही है ।

अभी भी सुधारिये आपसब इस छोटी मानसिकता से बाहर आइये  छोटी छोटी बच्चीयो से बलात्कार आदि करना बंद किजिये जो, अभी भी न्यूज़ पेपर की सुर्खिया होती है ...।ये सब सिर्फ आपके जारन् हो रहे है महाशय जी । इसमें छोटी बच्ची का क्या दोष , जिन्दगी को समझी भी नहीं है , उसे आप  कलंकित कर देते निकलिये छोटी   मानसिकता से आप । नारी को भी सेम दर्जे का समझिये ...। वह कोई उपभोग की वास्तु नहीं है वो भाई । इस छोटी बच्ची के साथ घृणित कार्य कर ,उसका गला घोटना बंद किजिये भाई । बस याद रखिये वो आपकी बच्ची है और उसका केयर करने ईश्वर ने आपको भेजा है  🙏  बस आपका काम थोड़ा आसान हो जाएगा , क्योंकि भाई  शारीरिक ताकत ना ,थोड़ा ज्यादा आपको मिली हुई है बस , बुद्धि बिल्क़ुल नहीं वो आपसे बराबर होगी या ज्यादा ही । उसमें ईश्वर ने कोई कोताही नहीं की है ।

सो प्लीज़ थोड़ा सुधरे और नारी को यूज़ करने की वस्तुएं मानना छोड़ दे । ईश्वर ने अभी आपके ऊपर सुधरने के लिए छोड़े      है । जब वो समझाने उठ  जाएंगे ना , तब विध्वन्श हो जाएगी । वैसे भी आप तो जानते है उनके समझाने का तरीका थोड़ा अलग होता है ... ऐसी ये भू स्वखलन बाढ़, बादल फटना आदि लाकर वे आपको दिखा चुके है ।जो आपको धरती के दोहन का नतीजा होते है ।

इसलिए छोटी मानसिकता से बाहर आइये ...अपने जैसा सेम अधिकार नारी को दीजिये.. ,कोई भी बंदिश उनपर  किसी भी प्रकार से मत लगाइये । सेम काम और सेम वेतन का अधिकार दीजिये...  फिर देखिये वो कैसे आपसे हर कार्य में बढ़ जाती है ।...और यही तो आप होने नहीं दे रहे है... । आप मनुष्य बनिये । इंसान होने का हक और सम्मान सबको दीजिये  । नारी को बस अपने जैसा सेम अधिकार दीजिये...बस दिखाने भर को नहीं दिल से आनी चाहिए ये बातें .….फिर देखिये ईश्वर क़ी बहुमूल्य कृति का करामत ..

नारी क्या - क्या कर जाती है , जो अभी भी हर क्षेत्र में बहुत ही कम है 🙏 धन्यवाद

Pragya pandey

Pragya pandey

बहुत अच्छा लिखा आपने नारी के विषय पर 🙏🙏🙏

8 जनवरी 2022

10
रचनाएँ
खुशनुमा पल हरपल
0.0
खो जाएगे पढ़ने में, आगे क़ी लिखाई ऐसी होगी..होश में लाने के.. लिये भी...फिर.. से..कलम और रोशनाई हीं काम आएगी 🤗🤗।
1

पुष्प की अभिलाषा

26 अक्टूबर 2021
2
2
2

<p>मैं हूँ पुष्प संग कली</p> <p>लुभाऊ मै खुब तितली</p> <p>जो ढूंढे मुझे गली-गली</p> <p>मैं हूँ पुष्प

2

नारी मंथन

14 नवम्बर 2021
1
2
1

🙏🏻 भाई एवं बहनोंं इतनी प्रयास के बावजूद भी नारियो पर अन्याय होना रुक नहीं रहा है । ये तो बुरी बात हुई ना । अभी भी इतने शिक्षा के प्रसार प्रचार के बाद भी बहुत ही तबको में &nbs

3

सेम हीं..

8 जनवरी 2022
1
2
1

आ तुम नजर नहीं आते मुझे तो.. हम वेचैन हो जाते... क्या ऐसी..नौबत तेरे संग भी.. हैं..हो पाते ... 🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗 बताना जरूर हीं तुम...मेरे हमसफ़र प्यारे शहजादे.... ख़्वाबों में क्या..

4

विरह..

8 जनवरी 2022
0
0
0

🌿💓🌿💓🌿💓🌿💓🌿💓 यें कैसी विरह..जान ले छोड़ेगी लगता हैं तो बस....अब ऐसा हीं यें विरह.... बस प्यार में होता हैं..क्या.. जो यें मुझें...अब महसूस हैं हो रहा.... यें.. तो.. अब..ऐसी तड़प.. जान ले छ

5

आख़री मुलाक़ात..

8 जनवरी 2022
1
1
1

🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 मैंने गिरगिड़ा अपनी प्यार क़ी दुहाई देती रहीं..थी फिर भी वो मिलना आखिरी मुलाक़ात हो गई थी कितना हीं तो तन मन धन सब हीं लुटाया था उसपे पर उसे तो मेरी हर हरकत बकबास लगने

6

कोई मिलन..

8 जनवरी 2022
2
1
0

🌺💮🌺💮🌺💮🌺💮 यें कैसी विछड़न.. क्यों गये वहाँ जहाँ न.. हो सके कोई मिलन.. विरह क़ी बेला.. कैसी यें बेला.. कैसे करुँ कोई.. आस.. जहाँ मिलन क़ी ना कोई आस.. ऐसे छोड़ कोई जाता हैं क्या.. कोई ऐसे छोड़ विरह दे

7

कोई मिलन..

8 जनवरी 2022
1
0
0

<div><span style="font-size: 1em;">🌺💮🌺💮🌺💮🌺💮</span></div><div align="left"><p dir="ltr"> यें कैसी विछड़न..<br> क्यों गये वहाँ जहाँ न..<br> हो सके कोई मिलन..<br> विरह क़ी बेला..<br> कैसी यें बेला.

8

उमंग लिये..

8 जनवरी 2022
1
1
0

🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 टूटने क़ी कगार के वावजूद भी अगर.. नई शुरुआत.. के उमंग लिये.. फिर से नई शुरुआत जा किये.. भूल सारे दुःख,पीड़ाएँ.. खुशियाँ ढूंढ आ गले लगाएँ इस मामले में सोच तो जाएं ढूंढ ढूंढ ख

9

तड़प

8 जनवरी 2022
2
1
0

🌿💓🌿💓🌿💓🌿💓🌿💓यें कैसी विरह..जान ले छोड़ेगीलगता हैं तो बस....अब ऐसा हींयें विरह.... बस प्यार में होता हैं..क्या..जो यें मुझें...अब महसूस हैं हो रहा....यें.. तो.. अब..ऐसी तड़प..जान ले छोड़ेगी.. हीं.

10

सलूक

8 जनवरी 2022
3
1
1

मत करों मुझसे गैरों से.. सलूक.. ख़बर.. मुझें भी हैं.. तुम मुझें अपना मानते नहीं.. पर यें मत सोचो क़े.. यें.. तुम इसे आसानी से दोगे..इसे तोड़ .. क्योंकि तुम तो बस तोड़ना जानते हो..ना हीं सीखे हो..तुम जोड़..

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए