ये उपन्यास ak सैनिक की कहानी है। जो देश की रक्षा करते हुए शहीद हो जाता है। उसकी नवविवाहिता नव्या अपने दुख को दफ़न कर अपना फर्ज पूरा करती है। अपने माता पिता की इकलौती संतान होने के बावजूद वो अपने ससुराल और सास ससुर की जिम्मेदारी उठती है। पिता समान ससुर भी उसे अपने पुत्र का स्थान देते है। उम्मीद है आप सब को ये अवश्य पसंद आयेगी। इसे पढ़ते हुए आपकी आंखे अवश्य गीली हो जायेगी।