जिम से घर के लिए जाते हुवे में अपनी मस्ती में चूर कानों मे हेडफोन लगाएं धीरे धीरे में अपने घर को बड़ रहा था की अचानक कोई मुझसे टकराया।
जैसे तैसे मैंने खुद को सभाला और देखा की मैं जिससे टकराया हूं वो एक लड़की थी मुझे ऐसा लगा की वो मुझसे कुछ बोल रहीं, लेकिन एक टक लगाए उसको बस देखा जा रहा था। फिर उसने मुझ जोर से धक्का दिया और बोली पागल हो क्या,
उस समय मुझे लगा की हां में पागल हों गया था उसको पहली नज़र में देखकर।
पता नहीं चला मुझे की वो कब चली गई। मैने सड़क पर खड़े होकर चारों तरफ देखा की वो कहा चली। हवा की तरह आयी और हवा की तरह गायब हो गई। उस दिन मन काफ़ी बेचैन रहा, समझ नहीं आ रहा था क्या करूं क्या नहीं। मन किसी भी काम में नहीं लग रहा था। ऐसे करते–करते दिन से रात हों गई। रात को जब बिस्तर पर लेटा तो जैसे ही आंखें बंद करू तो वहीं दिखती थी, बार–बार बिस्तर पर करवटे बदलता रहा। ऐसे करते करते सुबह के 5 बज गए में मैने खुद को जिम जाने के लिए तैयार किया लेकीन आज तैयार होने का अलग ही रौनक थी।
फिर जिम गया, जिम में भी बस उसी के बारे में सोच रहा था। मन नहीं लगने के कारण में जिम से जल्दी निकल आया और वहीं उसका इंतजार कर रहा था जहां उससे मेरी टकरार हुईं थीं।
बार बार में अपनी हाथ में बंधी घड़ी की तरफ़ देखता फिर सड़क को चारों तरफ़ से देखता, लेकीन कोई नही दिखता मुझे।
एक तरफ़ मन में अजीब ख्याल आता की आज वो आयेगी या नहीं।
बस इतनी सी थी मेरी प्रेम कहानी।।
मेरी कहानी आपको कैसी लगी हमे कमेंट में ज़रूर बताएं।