parveen
1 किताब ( 1 हिंदी )
2 रचनायें ( 2 हिंदी )
शब्दों के सागर से रत्नरूपी रचना लिखकर सभी पाठकों के दिलों में जगह बनाना चाहता हूँ ,आपकीं अभिव्यक्ति में खुद को पाना चाहता हूँ ,इस जहां में अभी एक असिस्टेंट प्रोफेसर की भूमिका में हूँ और जीवनपथ पर कुछ कर गुजरने की राह पर हूँ ।अभी प्रतिलिपि ,यौरकोट ,कू पर लगातार लिखता हूँ ,आज से शब्द इन पर लिखना प्रारंभ करेंगे 13 दिसंबर 2021 को जिस दिन काशी विश्वनाथ कॉरिडोर राष्ट्र को समर्पित किया है और हमारें देश को एक 21 साल बाद विश्व सुंदरी हरनाज कौर संधु बनी हैं ।आज का दिन बड़ा ही शुभ है इसलिए शब्द इन पर हमारा शुभारंभ करते हैं ।