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,बेहतर से बेहतर की तलाश कर,मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश कर,टूट जाते है शीशे पत्थर की चोट से ,टूट जाये पत्थर ऐसे शीशे की तलाश कर ! {{{{पिंटूरेगर}}} ,बेहतर से बेहतर की तलाश कर,मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश कर,टूट जाते है शीशे पत्थर की चोट से ,टूट जाये पत्थर ऐसे शीशे की तलाश कर ! {{{{पिंटूरेगर}}}

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सुप्रभात

28 सितम्बर 2015
4
1

राम राम सा

28 सितम्बर 2015
3
1

सुप्रभात

7 सितम्बर 2015
3
0

वो ज़िन्दगी ही क्या जिसमे तुम नहीं वो ज़िन्दगी ही क्या जिसमे यादे नहीं वो यादे ही क्या जिसमे तुम नहीं और वो तुम ही क्या जिसमे हम नहीं

राम राम सा

7 सितम्बर 2015
4
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ये याद हे तुम्हारी या यादो में तुम हो ये ख्वाब हे तुम्हारे या ख्वाबो में तुम होतुम नहीं जानते हमे बस इतना बता दो हम जान है तुम्हारी या हमारी जान तुम हो

राम राम सा आपका दिन शुभ हो

22 अगस्त 2015
0
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सुप्रभात

20 अगस्त 2015
2
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बन्ना घम्मा खन्नी और राम राम राम सा

कामयाबी

20 अगस्त 2015
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1

कामयाब लोग वो लोग होते जो अपने फैसले से दुनिया बदल देते नाकामयाब लोग दुनिया के डर से अपने फैसले बदल देते है

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