पिंटू रेगर
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,बेहतर से बेहतर की तलाश कर,मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश कर,टूट जाते है शीशे पत्थर की चोट से ,टूट जाये पत्थर ऐसे शीशे की तलाश कर ! {{{{पिंटूरेगर}}} ,बेहतर से बेहतर की तलाश कर,मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश कर,टूट जाते है शीशे पत्थर की चोट से ,टूट जाये पत्थर ऐसे शीशे की तलाश कर ! {{{{पिंटूरेगर}}}