0.0(0)
8 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
<p>पराधीन भारत पर जब ,गोरों का अत्याचार बढ़ा<br> हर सांस कैद में उनके थी,लाचार हुआ हर शख्स खड़ा<br>