प्रेम है बहुत महान
ये है मानवता की पहचान
प्रेम ही है जो दुश्मन को दोस्त बनाते हैं
प्रेम ही है जो पशुओं को भी मित्र बनाते हैं
प्रेम ही है जो सबों को आपस में बांधे रखता है
प्रेम ही है जो सबों को बिछुड़ने से रोकता है
प्रेम न होता तो ये सारा रिश्ता नाता न होता
प्रेम न होता तो दुनियाँ का काम न होता
प्रेम न होता तो दुनियाँ में चलना मुश्किल था
प्रेम न होता तो हमें जी पाना मुश्किल था
अतः प्रेम करना सीखो
आपस में मिलकर रहना सीखो
सबों से प्रेम करो
नहीं किसी से वैर करो
प्रेम है बहुत महान
ये है मानवता की पहचान
प्रेम है बहुत महान
प्रेम है बहुत महान
- महेश कुमार वर्मा