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प्रेम

30 सितम्बर 2022

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प्रेम का 
दूसरा नाम ही त्याग है।

राधा का प्रेम कान्हा
के लिये सदैव पूजनीय रहा ....

परन्तु फिर रुक्मणी के
प्रेम को नज़रअंदाज़
किया जाना उचित है.....

"हाँ"....

सच तो यही है प्रेम हमेशा
त्याग मांगता है,,
कभी अपने लिए तो,
कभी अपनों के लिए...!!
-हार्दिक महाजन
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रचनाएँ
राधा कृष्ण पर आधारित
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हर दिन हर सुबह हर शाम तेरे साथ रहूंगा, तू रहे ना रहें साथ मेरे राधिका याद रखूंगा। -हार्दिक महाजन
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प्रेम

30 सितम्बर 2022
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मोह नही ये माया है,प्रेम जिसमें छाया है।-हार्दिक महाजन

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प्रेम

30 सितम्बर 2022
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प्रेम का दूसरा नाम "समर्पण" है,लेकिन पहला नाम अभी भी "राधा कृष्ण" है!-हार्दिक महाजन

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प्रेम

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प्रेम का दूसरा नाम ही त्याग है।राधा का प्रेम कान्हाके लिये सदैव पूजनीय रहा ....परन्तु फिर रुक्मणी केप्रेम को नज़रअंदाज़किया जाना उचित है....."हाँ"....सच तो यही है प्रेम हमेशात्याग मांगता है,,कभी अप

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प्रेम

30 सितम्बर 2022
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कुछ खट्टी, कुछ मीठी,प्रेम के एहसासों की,मधुरता प्रेम सम्बंध की।राधे कृष्ण के हृदय में,कभी किसी से कम ना हो, ये प्रेम है हृदय में बसे अहसासों का।-हार्दिक महाजन

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प्रेम

30 सितम्बर 2022
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यूँ ही कटता चला गया वक्त सभी मेरा परेशानी की औऱ कोई बात नहीं,मेरे श्याम की कृपा के आगे सारे दिये हुए ग़मो की कोई औक़ात नहीं।

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