कवितातुम्हारी याद तुम यादों से विस्मृत हो जाओ सम्भव नहीं है ये ,तुम पटल से उतर जाओ स्वीकृत नहीं है ये । न करो याद तुमफ़र्क पड़ता है क्या ?न करो विश्वास तुमसमय रुकता है क्या ?श्वास तो चलते हैंहृदय भी धड़कता है दोनों ही के स्पंदन मेंध्वनि हो या प्रतिध्वनि तुमसे ही होकर आती
लडके लड़कियां प्रेमी प्रेमिका बन सकते दोस्त नहीं प्रेम बासना कर सकते स्नेह नहीं, लड़कियां कहती एक या उससे अधिक दोस्त है, मेरे अनुभव के अनुसार यह बात अपने परिवार वालों से झूठ बोलती है| जबकि यह सच है कि हमने लडके लड़कियों पर मनोविज्ञानिकी अध्ययन किया उससे यह बात बिल्कुल हकीकत सिद्ध होती | हमारे लेख पड़ने
Dil chahe yu hi teri baaho mai rahena ,Dhadkan ki tarah dil mai basa lu tujko.Dil chahe yu hi teri palko pe rahena,Khwab ki tarah palko pe saja lu tujko.Dil chahe yu hi teri saanso mai rahena,Phoolo ki tarah saanso mai mila lu tujko.Dil chahe yu hi teri bagiya mai rahena,Khushbu ki tarah muj mai mi
Paas mere baitho na tum,bahut si baate karni hai,dil ke halat batane hai,Kai sapne sajane hai.Kuchh teri sunni hai, Kuchh meri karni hai,Na sata tu muje itna ,Do pal to muskura aa.Sirf tujse muhobbat hai,fir kyu muje ajmate ho.Tuje hi yaad karti hu,Tujhi se pyar karti hu.Meri zindagi tujse hai,Meri
Aaj bhi teri ye diwani tujse hi ishq karti hai,Aaj bhi teri ek hansi se hi vo muskurati hai.Teri sirf ek mithi nazar or vo nikhar jaati hai,Pyar se hi tere vo jaise saj jaaya karti hai.Teri sirf ek chhuan or vo tadap jaati hai,Baaho mai simatne ko teri betab ho jaati hai.Teri sirf ek dilkash zappi
आपके प्यार से जो संजोये है ख्वाब हमने ,उस ख्वाबो को अब नया आसमान दे दो .जीना है हर पल साथ आपके ये माना हमने ,मेरे इस ख्वाब को आज हक़ीक़त का रूप दे दो .बाते बहोत ही की यु दूर दूर रहकर हमने ,अब हाथो मै मेरे आप अपना हाथ दे दो .यु बातो से दिल अब बहलता नहीं है हमारा ,अपने गले से लगाकर शिखा को नया मुका