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लडके लड़किया दोस्त नहीं by नीतेश शाक्य

8 नवम्बर 2019

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लडके लड़कियां प्रेमी प्रेमिका बन सकते दोस्त नहीं प्रेम बासना कर सकते स्नेह नहीं, लड़कियां कहती एक या उससे अधिक दोस्त है, मेरे अनुभव के अनुसार यह बात अपने परिवार वालों से झूठ बोलती है| जबकि यह सच है कि हमने लडके लड़कियों पर मनोविज्ञानिकी अध्ययन किया उससे यह बात बिल्कुल हकीकत सिद्ध होती | हमारे लेख पड़ने वाले कुछ भी कह सकते है| लेखिन मुझे यकीन है कि आज नहीं तो कल सही मेरे इन शब्दों को मान्यता जरूर दी जाएगी |

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Neetesh shakya

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7 दिसम्बर 2019

वीरेंद्र कुमार गुप्ता

वीरेंद्र कुमार गुप्ता

क्यों नहीं. प्रेम शब्द के चक्कर में हम लोग स्नेह, एक दूसरे की क़द्र, मान सम्मान इत्यादि सभी शब्दों को भूल गए हैं. शायद ऐसा इसलिए है कि बचपन से हम लोग टेलीविजन व फिल्मों में केवल इश्क ही इश्क देखते है. स्नेह देखते हैं तो वह 'इमोशंस' से लबा लब भरा होता है.; अधिकांश तो 'इमोशनल ब्लैकमेल ' होता है. इन्ही सब से संस्कार पड़ रहे है की बस लड़के और लड़की में केवल वासना वाल प्रेम/इश्क ही पनप सकता है, स्नेह, एक दूसरे की भावनाओं की क़द्र नहीं. वीरेन्द्र

7 दिसम्बर 2019

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रचनाएँ
neeteshshakya
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ए मां मेरी यादों को, दिल में बसा लेना| अब जाता है लड़ने को, ये देश भक्त दीवाना| विजय पाकर के ही आए, बस इतनी दुआ देना| ऐ मां मेरी यादों को दिल में बसा लेना|है दिल में मां मेरे, सरहद के बसे छाले| ये जख्म नहीं जननी, दिल में बसने वाले||1|| जब वहे लहू मेरा, आंसू न बहा देना| ऐ मां मेरी यादों को, दिल में बसा लेना|आजादी का परवाना, अब जाता है़ जलने को| आगाज यही होगा, कि जाता है लड़ने को||2|| जाऊं जब जलने को हंस हंस के विदा देना| ऐ मां मेरी यादों को,.....................| जब याद मेरी आए, भरना न कभी आंहैं| जब हो जन्म मेरा, तेरी कोख से ही आएें||3|| जो आंसू बहाए जननी, तुम धीर बंधा देना| ऐ मां मेरी यादों को .................................| चल गई कलम मेरी देश भक्त को याद करके| एन.एस. उदास बैठा, आंखों में नीर भर के||4|| यदि भूल हुई हो मुझसे, मुझे क्षमा कर देना| ऐ मां मेरी यादों को दिल में................ (Neetesh Shakya)
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चेताबनी शायरी by नीतेश शाक्य

8 नवम्बर 2019
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सोने के पीछे सोना भुला दिया, खजाना भूल के खजाना लुटा दिया | दौलत के खजाने के पीछे , दिल का खजाना भुला दिया | जान गए मन की तेरी, तू औरों के दिल मे बसी | तू है पराये दिल की चिड़िया, समझे नहीं मेरे दिल के कभी|| जिस-जिस को धोखा मिला, सोचले वह अब मुझे जीने का मौका

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लडके लड़किया दोस्त नहीं by नीतेश शाक्य

8 नवम्बर 2019
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लडके लड़कियां प्रेमी प्रेमिका बन सकते दोस्त नहीं प्रेम बासना कर सकते स्नेह नहीं, लड़कियां कहती एक या उससे अधिक दोस्त है, मेरे अनुभव के अनुसार यह बात अपने परिवार वालों से झूठ बोलती है| जबकि यह सच है कि हमने लडके लड़कियों पर मनोविज्ञानिकी अध्ययन किया उससे यह बात बिल्कुल हकीकत सिद्ध होती | हमारे लेख पड़ने

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