बेवजह न उलझो।बेवजह न उलझो मेरी जान, अभी जिंदगी जीना है..कल को किसने देखा मेरी जान, बियर विसकी रम पीना है।करवटे बहुत बदल लिए मेरी जान, अभी जी भर के सोना है।बेवजह न उलझो मेरी जान, अभी जिंदगी जीना है..कौन क्या लेके जाएगा? सब यही पड़ा रह जायेगा।ये खुशियों के दिन है, ख़ुशियों में जियो, गम में क्यो जीना है?
राम सिर्फ नाम नहीं मंत्र है , चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि तो भगवन विष्णु ने इस वसुंधरा पर रामावतार लिया था | राम का जन्म अयोध्या में हुआ था अयोध्या का अर्थ है जहाँ कोई युद्ध नहीं हो सकता युद्ध अर्थात विवाद, संघर्ष , जो की काम, क्रोध , मोह, मद , ईर्ष्या और द्वेष के क