shabd-logo

Ramdarash Mishra के बारे में

Other Language Profiles
no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Ramdarash Mishra की पुस्तकें

Ramdarash Mishra Ki Lokpriya Kahaniyan

Ramdarash Mishra Ki Lokpriya Kahaniyan

रामदरश मिश्र के कथा साहित्य के केंद्र में मनुष्य है, उसकी पीड़ा दुःख कथा है। मनुष्य की चिंता लगभग सभी कहानियों में देखी जा सकती है। यह मनुष्य गाँव का, नगर का अथवा महानगर का है। लेखक ने गाँव भी देखा है, नगर तथा महानगर भी। उसके जीवन के अनुभव व्यापक हैं

0 पाठक
0 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

प्रिंट बुक:

150/-

Ramdarash Mishra Ki Lokpriya Kahaniyan

Ramdarash Mishra Ki Lokpriya Kahaniyan

रामदरश मिश्र के कथा साहित्य के केंद्र में मनुष्य है, उसकी पीड़ा दुःख कथा है। मनुष्य की चिंता लगभग सभी कहानियों में देखी जा सकती है। यह मनुष्य गाँव का, नगर का अथवा महानगर का है। लेखक ने गाँव भी देखा है, नगर तथा महानगर भी। उसके जीवन के अनुभव व्यापक हैं

0 पाठक
0 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

प्रिंट बुक:

150/-

Pani Ke Pracheer

Pani Ke Pracheer

हिन्दी के आंचलिक उपन्यासों में ‘पानी के प्राचीर’ डॉ. रामदरश का बहुचर्चित उपन्यास है, जिसे काफी सम्मान मिला है। यह उपन्यास स्वतन्त्रता प्राप्ति तक के भारतीय गाँव की प्रामाणिकता गाथा प्रस्तुत करता है मिश्र जी गाँव के जीवन के किसी एक पक्ष का इकहरा विधान

0 पाठक
0 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

प्रिंट बुक:

110/-

Pani Ke Pracheer

Pani Ke Pracheer

हिन्दी के आंचलिक उपन्यासों में ‘पानी के प्राचीर’ डॉ. रामदरश का बहुचर्चित उपन्यास है, जिसे काफी सम्मान मिला है। यह उपन्यास स्वतन्त्रता प्राप्ति तक के भारतीय गाँव की प्रामाणिकता गाथा प्रस्तुत करता है मिश्र जी गाँव के जीवन के किसी एक पक्ष का इकहरा विधान

0 पाठक
0 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

प्रिंट बुक:

110/-

Ramdarash Mishra के लेख

no articles);
अभी कोई भी लेख उपलब्ध नहीं है
---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए